Bahadurgarh: तमाम जागरुकता अभियानों और कड़ी कार्रवाई के बावजूद कोख के दलाल अपराध करने से बाज नहीं आ रहे। ऐसे ही एक मामले का पर्दाफाश करते हुए झज्जर व गुरुग्राम की पीएनडीटी टीमों ने बहादुरगढ़ में एक दलाल को 64 हजार रुपए के साथ रंगे हाथ पकड़ लिया। चिकित्सा अधिकारियों की शिकायत के आधार पर पुलिस द्वारा कार्रवाई की जा रही है।

दलाल गुप्त रूप से करवाता था अल्ट्रासाउंड

चिकित्सा विभाग की गुरुग्राम ईकाई को सूचना मिली कि राकेश नाम का एक दलाल गुप्त रूप से अल्ट्रासाउंड करवाता है और भ्रूण लिंग की जांच के नाम पर मोटी रकम ऐंठता है। गुरुग्राम के सिविल सर्जन ने इस सूचना के आधार पर नोडल ऑफिसर डॉ. सुमित धनखड़, चिकित्सा अधिकारी डॉ. हरीश कुमार और डॉ. रवि की टीम गठित कर दी। राकेश नामक दलाल ने बातचीत के उपरांत इस टीम को टीकरी बॉर्डर मेट्रो स्टेशन पर बुलाया। टीम दलाल का पीछा करते हुए बहादुरगढ़ पहुंची तो झज्जर के सिविल सर्जन डॉ. ब्रह्मदीप सिंह को भी सूचना दी। सिविल सर्जन झज्जर ने भी डॉ. दीपक शर्मा, डॉ. अरुण व डॉ. हर्षदीप की टीम गठित कर दी। झज्जर की पीएनडीटी टीम भी गुरुग्राम की पीएनडीटी टीम के साथ रेड में शामिल हो गई। इस बीच आरोपी दलाल ने डिकॉय से 65 हजार रुपए प्राप्त किए।

अल्ट्रासाउंड के लिए 800 रुपए की बनाई पर्ची

आरोपी ने डिकॉय से रोहतक रोड स्थित बालाजी डायग्नोस्टिक सेंटर पर पहुंचकर अल्ट्रासाउंड कराने के लिए 800 रुपए की पर्ची कटाई और डिकॉय अल्ट्रासाउंड कराने के लिए कमरे में चली गई। महिला डॉक्टर ने डिकॉय का अल्ट्रासाउंड किया और उसके बाद डिकॉय सेंटर से रिपोर्ट लेकर बाहर आ गई। बाहर आकर दलाल से डिकॉय ने उसकी रिपोर्ट पूछी तो दलाल ने डिकॉय को उसके गर्भ में लड़की होने की जानकारी दी। डिकॉय ने तुरंत चिकित्सा विभाग की टीम को इशारा कर दिया। मौके की ताक में खड़ी टीम ने इशारा मिलते ही राकेश को पकड़ लिया। तलाशी के दौरान दलाल राकेश से 64 हजार रुपए बरामद किए गए। साथ ही सेंटर की भूमिका जांचने के लिए छानबीन की गई। पुलिस को भी सूचना दी गई।

सूचना के आधार पर गुरुग्राम टीम ने पकड़ा दलाल

सिविल सर्जन झज्जर डॉ. ब्रह्मदीप सिंह ने बताया कि भ्रूण लिंग जांच के मामले में गुप्त सूचना के आधार पर गुरुग्राम की टीम काम कर रही थी। सूचना मिलते ही रेड ज्वाइन कर ली। इस अपराध के लिए आरोपी ने 65 हजार रुपए लिए थे। अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए उसने 800 रुपए का भुगतान किया था। इसके तुरंत बाद उसे 64 हजार रुपए के साथ पकड़ लिया गया। आगामी कार्रवाई के लिए पुलिस को सूचना दे दी है। इससे जुड़े अल्ट्रासाउंड केंद्र समेत हर शख्स की भूमिका की जांच की जा रही है।