नांगल चौधरी/नारनौल: बुधवार की रात शहर में तीन मंदिरों की तोड़ी गई मूर्तियों से आक्रोशित सामाजिक संगठन व श्रद्धालुओं की बैठक वीरवार को अनाज मंडी में आयोजित हुई, जिसमें मंदबुद्धि युवक की ओर से अकेले ही मूर्तियों को तोड़ने पर संदेह व्यक्त किया गया। महापंचायत में कहा कि लोगों की धार्मिक भावना को भड़काने के लिए साजिश पूर्वक वारदात को अंजाम देने की आशंका है। पुलिस को तकनीकी संसाधनों से गहनता पूर्वक जांच करनी होगी, जिसमें कई और चेहरे भी बेनकाब हो सकते हैं।

सनातन धर्म का प्रतीक हैं मंदिर, परोपकार का मिलता है संदेश

महंत शीतलदास ने बताया कि सनातन धर्म के प्रतीक मंदिर होते हैं। जहां पूजा-अर्चना करने से मानसिक शांति मिलने के साथ परोपकार का संदेश मिलता है। लोगों ने आपसी चंदा एकत्र करके शहर में चमत्कारी बालाजी, साई मंदिर व कृष्णावती नदी पर देवी मंदिर का निर्माण करवाया है। सभी मंदिरों में अपनी आस्था के अनुसार श्रद्धालु पूजा-अर्चना करते हैं, लेकिन बुधवार की रात तीनों मंदिरों की मूर्तियों को खंडित कर दिया गया। इतना ही नहीं, बालाजी के पूजा स्थल से तीन चांदी के मुकुट व तांबे की गदा चोरी हुई। लोगों में आक्रोश बढ़ने पर पुलिस ने गौड़ धर्मशाला का सीसीटीवी चेक किया, जिसमें एक मंदबुद्धि युवक नग्न अवस्था में निहत्था घूमता हुआ दिखाई दिया, जो धर्मशाला के पास एक पेड़ की टहनियों को पकड़ता दिख रहा है। पुलिस ने इसी युवक को पकड़कर उसे तोड़फोड़ का आरोपित बनाया। हो सकता है युवक ने मूर्तियों तोड़ी होंगी, लेकिन अकेला युवक इतनी बड़ी वारदात को अंजाम नहीं दे सकता।

मूर्ति तोड़ने वाला युवक सनकी, अकेले ने दिया वारदात को अंजाम

थाना इंचार्ज रविंद्र कुमार ने बताया कि मंदिरों में मूर्तियां तोड़ने के आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। यह सनकी किस्म का युवक है जो कुछ नशे का भी आदी है। इसने मूर्ति को खंडित करने पर पहले पत्थर का इस्तेमाल किया है, बाद में घर से मूसली ले गया है। आरोपित के खिलाफ केस दर्ज करके गिरफ्तार कर लिया है। वारदात में अन्य किसी के शामिल होने के कोई प्रमाण नहीं मिले हैं।