Gurugram Cyber Crime Case: गुरुग्राम के कॉल सेंटर से विदेशी नागरिकों से साथ साइबर ठगी के मामले में सीबीआई ने ऑपरेशन चक्र पार्ट-2 के तहत 43 आरोपियों को गिरफ्तार किया। बताया जा रहा है कि इन आरोपियों ने लोगों के साथ 170 करोड़ से भी अधिक की ठगी की है।
जांच में पता चला है कि ये लोग अलग-अलग देशों के लोगों को अपना शिकार बनाकर उनसे ठगी करते थे और ठगी के पैसे को हॉन्गकॉन्ग भेजा जाता था। आरोपियों ने अपनी गिरफ्तारी को राऊज एवेन्यू कोर्ट में चुनौती दी, इसके बाद आज शनिवार सभी आरोपियों को सीबीआई ने कोर्ट में पेश किया।
कंपनी के खिलाफ केस दर्ज
सीबीआई की इंटरनेशनल ऑपरेशन डिवीजन ने 22 जुलाई, 2024 को डीएलएफ गुरुग्राम की एक कंपनी के खिलाफ साजिश, धोखाधड़ी और अन्य घाराओं के तहत केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की थी। इस दौरान सीबीआई द्वारा दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा समेत 7 लोकेशन पर रेड की गई थी। जांच में पता चला कि साइबर फाइनेंशियल क्राइम को डीएलएफ साइबर सिटी की कंपनी के माध्यम से कॉर्डिनेट किया जा रहा था। वहीं, इस कंपनी का नाम इनोसेंट टेक्नोलॉजी प्राइवेट लिमिटेड है।
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ऐसे करते थे ठगी
सीबीआई को साइबर ठगों के पास से 130 कंप्यूटर हार्ड डिस्क, 65 मोबाइल फोन और 5 लैपटॉप मिले हैं। इसके पीड़ितों की जानकारी, दस्तावेज, कॉल रिकॉर्डिंग और ट्रांसक्रिप्ट बरामद किए गए हैं। ये आरोपी ठगी को अंजाम देने के लिए आरोपी लोगों के कंप्यूटर पर एक पॉप अप भेजकर संदिग्ध सॉफ्टवेयर डाउनलोड करवाते थे। इसके बाद आरोपी उनके सिस्टम को ठीक करने के नाम पर उनसे पैसे ट्रांसफर करने के लिए कहते थे।