CDLU Anonymous Letter Updates: चौधरी देवीलाल विश्वविद्यालय सिरसा के एक प्रोफेसर के खिलाफ 500 छात्राओं द्वारा गुमनाम पत्र में लगाए गए यौन उत्पीड़न के आरोपों पर नया अपडेट आया है। दरअसल सिरसा की पुलिस स्पेशल टीम इंचार्ज दीप्ति गर्ग ने आज शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर मामले के बारे में विस्तार से जानकारी दी है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने अभी तक 470 छात्राओं के बयान दर्ज किए हैं। कुछ छात्राओं के बयान अभी भी लिए जाने बाकी है। अभी तक कि जांच में सामने आया कि किसी छात्रा के साथ छेड़छाड़ के आरोपों की पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने कहा किकुछ छात्राएं छुट्टी के चलते अपने घर गई हैं। उन छात्राओं से भी पुलिस संपर्क साधने की कोशिश कर रही है।
30 महिला प्रोफेसर्स के भी बयान दर्ज
एएसपी ने कहा कि यह मामला काफी गंभीर है। इसलिए पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय प्रशासन की भी ओर से शिकायत दी गई है कि मामले की निष्पक्ष जांच हो। एएसपी ने कहा कि जिस प्रोफेसर पर आरोप लगे हैं वह फिजिक्स भी पढ़ता है। ऐसे में फिजिक्स के भी छात्राओं से पूछताछ की गई है। इसके अलावा कॉलेज की 30 महिला प्रोफेसर्स के भी बयान दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा कि जब तक सभी छात्राओं का बयान दर्ज नहीं हो जाता है, तब तक ये कहना मुश्किल होगा की ये आरोप सही है या गलत। पुलिस मामले की निष्पक्ष जांच कर रही है।
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सीसीटीवी फुटेज डिलीट होने के सबूत नहीं मिले
एएसपी ने आगे कहा कि छात्रों ने सीसीटीवी फुटेज डिलीट करने की बात कही गई है। साइबर टीम की जांच में ऐसा कुछ सामने नहीं आया है। अधिकारी ने कहा कि टीचर और छात्रों ने जानकारी दी है कि इससे पहले भी इस तरह की वारदात हो चुकी हैं। मामले में इसी आधार पर आगामी कार्रवाई जारी है।
ये है पूरा मामला
बता दें कि हालही में चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी (CDLU) में पढ़ने वाली एक विभाग की 500 छात्राओं ने एक प्रोफेसर पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए। इसको लेकर छात्राओं ने गुमनाम चिट्ठी लिखकर प्रधानमंत्री, राज्यपाल तक पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई थी। ये मामला सामने आने के बाद हड़कंप मच गया था। इसके बाद छात्रों ने कॉलेज के बाहर विरोध प्रदर्शन किया था। हालांकि इस मामले में प्रोफेसर ने अपने आप को बेगुनाह बताया था।