Chandigarh Cyber Crime: चंडीगढ़ से भारतीय सेना के रिटायर्ड कर्नल और उनकी पत्नी के साथ करोड़ों की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। साइबर ठगों ने उनसे इन्फोर्समेंट डायरक्टोरेट (ईडी) के अधिकारी बन कर बात की थी। इसके बाद ठगों ने एक 'झूठे' मामले में उनका नाम आने की बात कही गई। इसके बाद ठगों ने कर्नल और पत्नी को करीब 10 दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा और आरोपियों ने उनसे 3.4 करोड़ रुपये ठग लिए। फिलहाल चंडीगढ़ पुलिस के साइबर सेल ने बुजुर्ग दंपति की शिकायत पर मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले में आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।
मनी लॉन्ड्रिंग का लगाया झूठा आरोप
बुजुर्ग दंपति चंडीगढ़ के सेक्टर 2 A का रहने वाला है। रिटायर्ड कर्नल का नाम दलीप सिंह है और वह 82 साल के है। दलीप सिंह की पत्नी का नाम रणविंदर कौर बाजवा है। पुलिस पूछताछ में कर्नल दलीप सिंह ने बताया कि 18 मार्च, 2025 को एक अनजान नंबर से उन्हें व्हाट्सएप कॉल किया गया है। कॉल करने वाले व्यक्ति ने उन पर केनरा बैंक, मुम्बई के एक खाते से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में शामिल होने का झूठा आरोप लगाया।
ठगों ने कर्नल दलीप सिंह को कहा कि जेट एयरवेज के जेल में बंद मालिक नरेश गोयल ने उनका नाम लिया है। ठगों ने कहा कि उन्होंने अपना खाता 5 लाख रुपये में बेचा था और 2 करोड़ रुपये की लॉन्ड्रिंग के लिए 20 लाख रुपये बतौर कमीशन भी ली है। इतना ही नहीं ठगों ने दलीप सिंह का विश्वास जीतने के लिए वीडियो कॉल पर कर्नल को उनका एटीएम कार्ड दिखाया।
आरोपियों ने ऐसे दिया झांसा
ठगों ने दावा किया कि वो 5,038 करोड़ रुपये के घोटाले की जांच कर रहे हैं। यहां तक कि ठगों ने कर्नल को 24 कथित पीड़ितों की तस्वीरें भी भेजीं, जिसमें कहा गया कि एक ने आत्महत्या कर ली है। इन सभी को देखने के बाद कर्नल उनकी बातों में आ गए, इसका फायदा उठाकर ठगों ने कर्नल और उनकी पत्नी को घर में डिजिटल अरेस्ट कर लिया। ठगों ने उनसे कहा कि वह हर समय अपना फोन चालू रखें, किसी से भी संपर्क ना करें।
Chandigarh: Retired Colonel Duped of ₹3.5 Crore in Digital Arrest Scam, regarding which SP Geetanjali Khandelwal says, "This is a digital arrest scam where the victim was falsely informed that their bank account and Aadhaar were linked to money laundering. A fake courtroom… pic.twitter.com/fw1uITBOu6
— IANS (@ians_india) April 2, 2025
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जेल भेजने संपत्ति जब्त करने की धमकी
ठगों ने दंपति को सहयोग न करने पर जेल भेजने और उनकी पूरी प्रापर्टी जब्त करने की धमकी भी दी। उन्होंने व्हाट्सएप के जरिए सुप्रीम कोर्ट के फर्जी पत्र भेजे और ब्लैक मनी की जांच की आड़ में उनकी वित्तीय संपत्तियों का पूरा खुलासा करने की मांग की। इस तरह धीरे धीरे उन्होंने उनकी सभी तरह की बचत और निवेश के बारे में पूरी जानकारी हासिल कर ली।
ठगों ने दंपति को 18 से लेकर 27 मार्च तक करीब 10 दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा। अलग-अलग खातों में पैसे जमा करने के लिए मजबूर किया। दम्पति ने ठगों के कहने पर खातों में 3.4 करोड़ रुपये की राशि ट्रांसफर कर दी है। दंपति की शिकायत पर साइबर थाना ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने इस मामले में जांच शुरु कर दी है।
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