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हरियाणा में न्यूनतम तापमान 7 डिग्री तक गिरने से सर्दी ने कंपकपाया, रेवाड़ी में 1.0, महेंद्रगढ़ में 1.2, नारनौल में 2.5 व फतेहाबाद में 2.7 डिग्री रहा न्यूनतम पारा, 12 से 14 तक प्रदेश में धुंध व कोहरा और प्रदेश के 9 जिलों में कोल्ड डे का अलर्ट, पाले से सब्जी व अगेती सरसों की फसलों को नुकसान तो गेहूं में पीले रेतुअ का खतरा बढ़ा।

Cold day in Haryana>प्रदेश के कई जिलों में सुबह के समय घना कोहरा छाया रहा। बर्फीली हवाओं ने जनजीवन अस्त-व्यस्त करके रख दिया। दिनभर कई जिलों में धूप खिलने के बाद भी लोगों को ठंड से राहत नहीं मिली। तापमान में तेजी से गिरावट आनी शुरू हो गई है। पारा जमाव बिंदू की ओर खिसक रहा है। इसके कारण गुरुवार को इस सीजन में पहली बार खेतों में फसलों पर पाला जम गया। गुरुवार को रेवाड़ी प्रदेश में सबसे ठंडा स्थान रहा। रेवाड़ी में रात का न्यूनतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, नारनौल में 2.5 डिग्री और फतेहाबाद में पारा 2.9 डिग्री सेल्सियस रहा। कड़ाके की ठंड को देखते हुए मौसम विभाग शुक्रवार को भी 9  जिलों में कोल्ड-डे का येलो अलर्ट जारी किया है। इनमें पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार और करनाल जिले शामिल  हैं। शेष जिलों के लिए कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। इन जिलों में 12  से 14 जनवरी तक घनी धुंध का अलर्ट जारी किया गया है।

पहली बार एक डिग्री पर पहुंचा तापमान

प्रदेश में तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। सुबह खेतों में फसलों पर पाला जम गया। इससे सब्जियों और सरसों की अगेती फसल को नुकसान होने की आशंका बढ़ गई है। गुरुवार को न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 1 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। इस क्षेत्र में इस सीजन में 1 डिग्री सेल्सियस तापमान पहली बार दर्ज किया गया है। गत वर्ष एक जनवरी को जिले में न्यूनतम तापमान माइनस 1 डिग्री सेल्सिसिस तक आ गया था, जबकि 11 जनवरी 2023 को न्यूनतम तापमान 5 डिग्री सेल्सियस था।

गेहूं में बीमारी का खतरा

कई दिनों से धूप नहीं निकलने के कारण गेहूं की फसल पर पीला रतुआ का प्रकोप शुरू हो गया है। लगातार पाला जमने से अब फसलों को नुकसान होने की आशंका बनी रहेगी। शीतलहर का असली प्रकोप अब शुरू होने लगा है। एक दिन की धूप के बाद सूखी ठंड ने अपना रंग जमाना शुरू कर दिया है। सुबह के समय खेतों में पाला जमा देखकर किसानों की चिंता बढ़ गई। अगेती सरसों की फसल को इससे काफी नुकसान हो सकता है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार  किसानों को फसलों की हल्की सिंचाई नियमित रूप से करनी चाहिए। गेहूं की  प्रभावित फसल पर विशेषज्ञ की सलाह पर दवा का छिड़काव करना चाहिए।

कोहरे से जन जीवन प्रभावित

प्रदेश में एक बार फिर घने कोहरे ने दस्तक दे दी है। कोहरे के कारण सड़कों पर वाहनों की गति काफी धीमी रही। कोहरे के कारण की दृश्यता 10 से 60 मीटर तक दर्ज की गई। कई जिलों में करीब 10 बजे तक कोहरा छाया रहा। हालांकि दिन में सूर्यदेव ने भी दर्शन दिए, लेकिन शाम होते ही फिर कोहरे ने दस्तक दे दी। कोहरे का असर रेल और सड़क यातायात पर भी पड़ा है। रेवाड़ी के रास्ते चलने वाली कुछ ट्रेनें सुबह के समय 15 से 20 मिनट देरी से चली। रोडवेज बसों पर भी धुंध का असर दिखाई दिया।

आगे क्या

हकृवि मौसम विभाग विभागाध्यक्ष डॉ मदन खीचड़ ने बताया कि 15 जनवरी तक मौसम खुश्क रहेगा। 13 से 14 जनवरी को हल्के बादल छा सकते हैं। इस दौरान हल्की गति से उत्तर पश्चिमी शीत हवाएं चलने की संभावना है। इससे दिन के तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है, जबकि रात के तापमान में गिरावट आएगी। ज्यादातर इलाकों में सुबह के समय कोहरा छाया रहेगा।

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