Satpal Sangwan Death: हरियाणा के पूर्व कैबिनेट मंत्री सतपाल सांगवान का 83 साल की उम्र में निधन हो गया। उन्होंने तड़के सुबह 3 बजे गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल मे अपनी आखिरी सांस ली। जानकारी के अनुसार, सतपाल सांगवान लीवर कैंसर से पीड़ित थे और उनकी हालत लगातार बिगड़ती जा रही थी। इलाज के लिए उन्हें मेदांता अस्पताल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनके बेटे सुनील सांगवान अस्पताल में उनकी देखभाल कर रहे थे। उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ और तीन मार्च की सुबह उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया। 

दोपहर दो बजे पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार

आज दोपहर दो बजे सतपाल सांगवान का अंतिम संस्कार दादरी जिले के उनके पैतृक गांव चंदेनी में किया जाएगा। सुबह 9 बजे उनका पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। उनके निधन की सूचना मिलने के बाद रिवार, रिश्तेदार और समर्थकों में शोक की लहर है। लोग बड़ी संख्या में पहुंचकर उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। सांगवान के निधन से उनके समर्थकों में शोक की लहर है, लोग उन्हें श्रद्धांजलि दे रहे हैं। समर्थकों का मानना है कि सांगवान का निधन क्षेत्र के लिए बड़ा नुकसान है। 

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सतपाल सांगवान का राजनीतिक सफर

बता दें कि सतपाल सांगवान ने चरखी दादरी विधानसभा क्षेत्र से 6 बार चुनाव लड़ा और वो दो बार विधायक बने। वे पहली बार हरियाणा विकास पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़कर विधायक बने और दूसरी बाद 2009 में हरियाणा जनहित कांग्रेस की टिकट से चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचे थे। हजकां का कांग्रेस में विलय होने के बाद वे भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार में हरियाणा के सहकारिता मंत्री बने। उन्होंने कांग्रेस और जननायक जनता पार्टी से भी चुनाव लड़ा। पूर्व सीएम बंशीलाल उन्हें बुल्डोजर कहा करते थे। वे जनता के बीच लोकप्रिय नेता थे और क्षेत्र के विकास के लिए उन्होंने काफी काम किया। 

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