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हरियाणा के भिवानी में दुराचार के मामले में आरोपी पुलिस अधिकारी की गिरफ्तारी न होने पर पीड़ित परिवार व समाजसेवी संगठन के लोग लघु सचिवालय के बाहर धरने पर बैठ गए। आरोप है कि पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी न करके उल्टा उनके परिवार वालों पर ही झूठे केस दर्ज कर रही है। परिवार ने और भी कई गंभीर आरोप प्रशासन पर लगाए हैं।

bhiwani rape case : भिवानी में स्कूली छात्रा के साथ दुराचार करने के आरोप में रिश्ते में ताऊ लगने वाले पुलिस अधिकारी के खिलाफ केस दर्ज हुआ था। आरोपी पुलिस अधिकारी की गिरफ्तारी नहीं होने से पीड़ित छात्रा के माता-पिता व परिवार के सब्र का बांध टूट गया। सोमवार को वे दोषी की गिरफ्तारी की मांग को लेकर लघु सचिवालय परिसर के बाहर अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए। धरने की अध्यक्षता महाबीर, राममेहर व भतेरी ने संयुक्त रूप से की। उन्होंने बताया कि धरना पीड़ित छात्रा को न्याय दिलाने के लिए जन न्याय मोर्चा की तरफ से शुरू किया गया है।

आरोप-लड़की के चाचा पर उल्टा करवा दिया केस

आंदोलनरत लोगों ने कहा कि जब तक छात्रा के साथ दुराचार करने वाले पुलिस अधिकारी को गिरफ्तार नहीं किया जाता तथा छात्रा के सगे चाचा पर बलात्कार करने का झूठा मुकदमा रद्द नहीं किया जाता तब तक धरना जारी रहेगा। छात्रा के माता-पिता ने पुलिस प्रशासन पर आरोप लगाया कि वे मेरी बेटी के साथ दुष्कर्म करने के ओरापी पुलिस अधिकारी का महकमे में होने के कारण बचाव कर रहे हैं। उस पर मुकदमा उठाने के लिए हमारे भाई पर बलात्कार का झूठा मुकदमा उसी महिला थाने में दर्ज करवाया है। यह सरासर पुलिस प्रशासन का हम पर अन्याय है। 

एसआईटी पर नहीं भरोसा, एसपी कार्रवाई करें

आंदोलनकारियों ने कहा कि सिर्फ पुलिस अधीक्षक को छोड़कर उनका जिले की पुलिस पर कोई भरोसा नहीं बचा कि हमारी पीड़ित बेटी को न्याय मिलेगा। उन्होंने मांग की कि पुलिस अधीक्षक स्वयं मामले की जांच करें अन्यथा बड़े सिविल अधिकारी से न्यायिक जांच करवाई जाए। वर्तमान में बनी पुलिस एसआईटी पर उनका कोई विश्वास नहीं, अभी तक आरोपी डयूटी पर तैनात हैं, जो सबूतों को नष्ट करने में लगा हुआ है। उन्होंने आरोपी को तुरन्त सर्विस से निलम्बित करने व गिरफ्तार करने की मांग की है। 

हमारे पास दुराचार के सबूत, एसपी को देंगे

पीड़ित छात्रा के पिता ने कहा कि उनके पास उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म करने की पुष्टि के परिस्थितिवश कुछ सबूत भी हैं, लेकिन वे पुलिस अधीक्षक को ही बताएंगे। उन्होंने कहा कि वे उनको व्यक्तिगत तौर पर मिलकर सुनेंगे तो ही वे बताएंगे। उन्होंने कहा कि वे गुर्दों की बीमारी से पीड़ित हैं और उनका समय-समय पर डायलिसिस होता है। उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी व्यथा सुनने वाला परिवार के अलावा कोई नहीं है। आरोपी पुलिस अधिकारी अपने प्रभाव का इस्तेमाल करते हुए हमें न्याय वास्ते धरना देने से भी रोक रहा है। धरने में सोमबीर, सन्दीप, सरोज, सुशीला, कमलेश, संगीता व विनोद सहित पांच दर्जन से ज्यादा परिवार की महिला व पुरुष उपस्थित थे। 
 

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