Ambala: अपहरण के बाद रेलवे कर्मचारी के इकलौते बेटे की गला दबाकर हत्या की गई थी। सीआईए टू ने किशोर की हत्या में शामिल आरोपी को काबू कर लिया है। पड़ोसी अश्वनी ने ही गौरव उर्फ गोलू की गला दबाकर हत्या की वारदात को अंजाम दिया था। यह सब आरोपी ने फिरौती के लिए किया था। पुलिस ने अपहरण में प्रयोग की गई गाड़ी को भी कब्जे में ले लिया है। रिमांड के दौरान आरोपी ने हत्या का पूरा राज खोल दिया है। पुलिस मामले में आरोपी से गंभीरता के साथ पूछताछ कर रही है।
आरोपी ने गाड़ी में हत्या की वारदात को दिया अंजाम
पुलिस रिमांड के दौरान आरोपी अश्वनी ने पुलिस को बताया कि उसने अपने साले की गाड़ी में गला दबा कर गौरव की हत्या की थी। उसके बाद लाश को ठिकाने लगाने के लिए मार्केट से सूटकेस खरीदा और फिर दुधला मंडी के रिंकू के पास गिरवी रखी होंडा सिटी कार की डिग्गी में शव को रखा। आखिरी वक्त पर रिंकू गाड़ी मांगने आ गया, जिसकी वजह से वह गौरव की लाश को ठिकाने नहीं लगा पाया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसके ऊपर 1.70 लाख रुपए कार का लोन चल रहा था। बेरोजगार होने के चलते आर्थिक तंगी झेल रहा था। गौरव के पिता से फिरौती मांगने के लिए ही गौरव को किडनैप किया था। जब गाड़ी में गौरव ने विरोध किया तो गला दबा मौत के घाट उतार दिया।
कार की डिग्गी में सूटकेस में मिला था शव
बता दें कि गौरव की 5 अप्रैल को कार की डिग्गी में सूटकेस में लाश मिली थी। अश्वनी ने 1.70 लाख का कर्ज उतारने के लिए गौरव के अपहरण की योजना बनाई थी। हिम्मतपुरा में रहने वाले देवी सहाय रेलवे में नौकरी करते हैं। देवी सहाय के एक बेटा गौरव और 4 बेटियां है। गौरव 9वीं क्लास में पढ़ता था। गौरव 3 अप्रैल को अचानक घर से लापता हो गया था। इसके बाद परिवार की ओर से पुलिस को शिकायत दी गई। पड़ोसी अश्वनी ने गौरव के पिता को एक लेटर लाकर दिया। उसने देवी सहाय को बताया कि कोई व्यक्ति उसकी बाइक पर लेटर छोड़ गया है। इस लेटर में 4 लाख फिरौती मांगी गई थी। हैरत की बात है कि गौरव का कत्ल करने के बावजूद आरोपी उसे तलाशने का ड्रामा करता रहा। तब किसी को उसकी नीयत पर शक नहीं हुआ। हालांकि बाद में पूरा राज खुल गया।