फतेहाबाद - नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल, सरकार व प्रशासन की लाख धमकियों के बावजूद भी पराली जलाने की घटनाओं में कमी आने की बजाय ऐसी घटनाएं लगातार बढ़ रही है। दमघोटू हवा और लोगों के स्वास्थ्य को देखते हुए अब जिला प्रशासन ने भी आर-पार की लड़ाई की तैयारी कर ली है। यही कारण है कि पुलिस ने कृषि विभाग के अधिकारियों की शिकायत पर पराली जलाने के मामलों में 5 किसानों पर एफआईआर दर्ज की है। इससे ज्यादा की संख्या में एफआईआर दर्ज करवाने की शिकायतें थाने में भेजी गई है। हरसेक ने फतेहाबाद में अब तक पराली जलाने की कुल 513 लोकेशन कृषि विभाग को भेजी हैं। सोमवार को कृषि विभाग के पास हरसेक ने 7 लोकेशन भेजी। अभी कुछ धान खेतों में खड़ा है। ऐसा लग रहा है जिले में पराली जलाने का आंकड़ा पिछले साल को क्रास कर जाएगा।
पुलिस को दी शिकायत में कृषि विभाग से एग्रीकल्चर सुपरवाइजर कोमल कुमार हिजरावां खुर्द ने कहा है कि उपायुक्त फतेहाबाद द्वारा धान कटाई उपरांत बचे हुए अवशेष जलाने पर धारा 144 के तहत पूर्ण प्रतिबंध लगाया हुआ है। 18 नवम्बर को हरसेक द्वारा जीपीएस लोकेशन उन्हें भेजी गई। जिसमें गांव हिजरावां खुर्द में पराली जलाने बारे सूचना थी। इस सूचना पर एग्रीकल्चर सुपरवाइजर कोमल कुमार, पटवारी, ग्राम सचिव, गांव के सरपंच व नंबरदार की टीम मौके पर पहंुची और घटना स्थल का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने पाया कि किसान रमेश कुमार निवासी हिजरावां खुर्द द्वारा कुल 12 कनाल 4 मरले जगह में फसली अवशेष जताए गया है। इस पर किसान ने पराली में आग लगाकर भारतीय दंड संहिता की धारा 188 संपठित वायु एवं प्रदूषण नियंत्रण अधिनियम 1981 की उल्लंघना की है। इस पर एग्रीकल्चर सुपरवाइजर ने पुलिस को शिकायत दर्ज करवाई। पुलिस ने आरोपी किसान के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
दूसरे मामले में सदर फतेहाबाद पुलिस ने कृषि विभाग के एग्रीकल्चर सुपरवाईजर अहरवां संदीप की शिकायत पर किसान छिन्द्र सिंह के खिलाफ पराली जलाने के आरोप में केस दर्ज किया है। संदीप ने कहा कि उन्हें हरसेक द्वारा पराली जलाने बारे लोकेशन मिली थी। इसी लोकेशन के आधार पर उन्होंने कृषि विकास अधिकारी, पटवारी, ग्राम सचिव, सरपंच व नंबरदार शामिल थे, ने गांव अहरवां में मौके का निरीक्षण किया। इस दौरान टीम ने पाया कि किसान छिन्द्र सिंह अहरवां ने 4 कनाल भूमि में पराली में आग लगाई हुई थी। इस पर टीम ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने किसान के खिलाफ केस दर्ज किया है। एक अन्य मामले में कृषि विकास अधिकारी सुखपाल की शिकायत पर किसान सर्वजीत कौर निवासी बीराबदी के खिलाफ केस दर्ज किया है। सुखपाल के अनुसार उन्हें हरसेक द्वारा जीपीएस लोकेशन भेजी गई जिसमें बीराबदी गांव में पराली जलाने बारे सूचना थी। इस पर टीम ने मौके का निरीक्षण किया तो पाया कि किसान सर्वजीत कौर के खेत में 12 कनाल में फसल अवशेष जले हुए हैं। इसके अलावा गांव गोरखपुर व टोहाना के गांव मामूपुर में भी दो किसानों के खिलाफ पराली जलाने पर एफआईआर दर्ज की गई है।