हरियाणा लोकसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर देखी जा रही है। कुल दस लोकसभा सीटों में से चार सीटों पर कांग्रेस प्रत्याशी भारी मार्जिन से बढ़त बनाए है। वहीं तीन सीटें ऐसी भी हैं, जहां भारी अंतर के चलते बीजेपी पहले पायदान पर है। जानकारों का कहना है कि इन सीटों पर मार्जिन इतना अधिक बढ़ चुका है कि रुझानों में ज्यादा बदलाव नहीं आएगा। यही कारण है कि कांग्रेस ने अभी से जश्न मनाना शुरू कर दिया है। सिलसिलेवार जानिये किन सीटों पर प्रत्याशियों की जीत लगभग पक्की हो चुकी है। साथ ही, ये भी बताएंगे कि किस सीट पर किस मुद्दे ने असर दिखाया...

कांग्रेस की चार सीटों पर बढ़त

अभी तक के रुझान बताते हैं कि कांग्रेस अंबाला, सिरसा, हिसार और रोहतक लोकसभा सीट में तेजी से जीत की ओर अग्रसर है। वरुण चौधरी ने बीजेपी की बंतो कटारिया से करीब 23000 वोटों से आगे हैं, वहीं सिरसा में कुमारी शैलजा ने बीजेपी के अशोक तंवर को 2 लाख 28 हजार 730 वोटों से आगे है।

बताया जा रहा है कि यह रुझान देखने के बाद अशोक तंवर मतगणना केंद्र से चले गए हैं। ऐसे में शैलजा के समर्थकों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया है। इसी प्रकार, हिसार में कांग्रेस प्रत्याशी जयप्रकाश ने बीजेपी के रणजीत चौटाला के खिलाफ 24127 वोटों से बढ़त बना रखी है। रोहतक लोकसभा सीट की बात करें तो दीपेंद्र हुड्डा 2 लाख 20 हजार 181 वोटों से आगे हैं। बीजेपी के अरविंद शर्मा दूसरे नंबर पर हैं।

हरियाणा में जीत की ओर अग्रसर बीजेपी प्रत्याशियों की सूची।

 

इन मुद्दों ने कांग्रेस को लाभ पहुंचाया

- किसानों का प्रदर्शन

हिसार और सिरसा के अलावा जाट बेल्ट में भी किसानों ने बीजेपी प्रत्याशियों का विरोध किया। अंबाला से भाजपा नेता रतनलाल कटारिया की पत्नी बंतो कटारिया भी कांग्रेस प्रत्याशी वरुण चौधरी से भारी अंतर से पीछे हैं। पूर्व गृह मंत्री अनिल विज भी अंबाला से हैं। उन्होंने तमाम नाराजगियों के बीच बंतो कटारिया के लिए चुनाव प्रचार किया। सीएम नायब सैनी और पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने भी अंबाला में चुनाव प्रचार किया। यही नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी रैली कर अंबाला में रोड शो किया। तमाम प्रयासों के बावजूद बीजेपी जीत से दूर होती दिख रही है।

- बेरोजगारी, विकास और अग्निवीर योजना

कांग्रेस ने बेरोजगारी, विकास और अग्निवीर योजना को मुद्दा बनाया। यह मुद्दा काम कर गया। ये मुद्दे गुरुग्राम लोकसभा सीट पर भी चलता दिखाई दिया। कांग्रेस ने यहां से राज बब्बर को प्रत्याशी बनाया था। बीजेपी से राव इंद्रजीत चुनाव मैदान में हैं। वे तीन बार से यहां के सांसद रह चुके हैं, लेकिन दोपहर तक राज बब्बर रुझानों में आगे नजर आए। उन्होंने दस हजार वोटों से बढ़त बना रखी थी, लेकिन दोपहर तीन बजे के रुझानों के बाद वे 20634 वोटों से पीछे रह गए हैं। लेकिन, सोनीपत और रोहतक में ये मुद्दे कांग्रेस के लिए सही साबित हुए हैं।

इन मुद्दों ने कांग्रेस को नुकसान पहुंचाया

- गुटबाजी पड़ी कांग्रेस के लिए भारी

भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी राव दान सिंह को बीजेपी प्रत्याशी धर्मबीर सिंह 44000 से अधिक वोटों से पीछे रह चुके हैं। इस सीट पर कांग्रेस नेता किरण चौधरी अपनी बेटी श्रुति चौधरी को टिकट दिलवाना चाहती थी, लेकिन टिकट राव दान सिंह को मिला। नाराजगी के बावजूद किरण चौधरी ने कहा था कि वे कांग्रेस के लिए राव दान सिंह की मदद करेंगे। हालांकि बीच-बीच में ऐसी घटनाएं सामने आईं, जिससे लग रहा था कि कांग्रेस को इस गुटबाजी का नुकसान झेलना पड़ सकता है। यहां तक कि राहुल गांधी भी इस विवाद को नहीं सुलझा पाए। इसका वीडियो भी वायरल हुआ था। अब रुझानों को देखें तो यहां गुटबाजी की आशंका सही साबित होती दिखी रही है। 

बीजेपी के लिए काम कर गए ये मुद्दे

हरियाणा में लोकसभा चुनाव प्रधानमंत्री मोदी के नाम पर लड़ा। किसान आंदोलन के बीच कई सीटों पर लोगों ने बीजेपी को खुलकर समर्थन दिया। फरीदाबाद से कृष्ण पाल गुर्जर 1 लाख 57 हजार 83 वोटों के अंतर से पहले स्थान पर हैं। वहीं, पूर्व सीएम मनोहर लाल करनाल लोकसभा सीट पर 201887 वोटों के अंतर से आगे चल रहे हैं। इस मार्जिन को देखते हुए रिजल्ट में बड़े बदलाव की गुंजाइश न के बराबर है।