Haryana Board Exam Result: हरियाणा में 12वीं के रिजल्ट की घोषणा होने के बाद अब 10वीं के विद्यार्थियों को अपने रिजल्ट का इंतजार है। हरियाणा स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से दसवीं का परिणाम जारी करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है। लोकसभा चुनाव को देखते हुए बोर्ड की ओर से सभी सब्जेक्ट की कॉपियों की मार्किंग 8 मई तक खत्म करने के आदेश दिए गए हैं। हालांकि, बोर्ड ने इससे पहले 15 मई तक रिजल्ट जारी करने की घोषणा की थी, लेकिन अब 10 मई को 10वीं का रिजल्ट जारी करने की तारीख तय की गई है। वहीं, सभी विषयों की एक साथ मार्किंग सोमवार से शुरू हो चुकी है और 8 मई तक मार्किंग पूरी करने के आदेश दिए गए हैं।
विषय के अनुसार लगी शिक्षकों की ड्यूटी
राज्य में 10वीं में विद्यार्थी अधिक है, जिसके चलते सेंटर भी अधिक बनाए हैं। मार्किंग के लिए विषय के अनुसार शिक्षकों की ड्यूटी लगाई है। हर एक मार्किंक सेंटर पर लगभग 15 ग्रुप है, जिसमें हर ग्रुप में 11-11 शिक्षक हैं। 10वीं में विद्यार्थी के साथ-साथ विषय भी छह है और इनकी कॉपियां भी ज्यादा है। यह भी कहा जा रहा है कि कुछ शिक्षकों की दोनों बार मार्किंग में ड्यूटी लगाई गई है। वहीं, कुछ जगह आउट ऑफ डिविजन भी शिक्षकों की ड्यूटी लगी है या किसी एक ही स्कूल से एक ही विषय के सभी शिक्षकों की ड्यूटी लगा दी गई है।
ऐसे होती है मार्किंग
बोर्ड के अधिकारियों की माने तो एक टीचर एक दिन में 30 कॉपियां चेक करनी होती हैं। पहले सब एग्जामिनर कॉपियां चेक करता है और उसके बाद हेड एग्जामिनर कॉपियों को रिचेक करता है। इसके बाद चेकिंग असिस्टेंट कॉपी के मार्क का मिलता करते हैं कि कहीं अनमार्क न हो। इसके बाद अंकों का मिलान कर अवार्ड बनाए जाते हैं।
इस साल पैटर्न में किया गया बदलाव
इस साल राज्य में 10वीं बोर्ड परिक्षा के लिए स्कूल शिक्षा बोर्ड ने मूल्यांकन पैटर्न में बड़ा बदलाव किया गया है। बोर्ड इस बार सीबीएसई पैटर्न पर कॉपियों की चेकिंग करवा रहा है। साथ ही इस बार इंटरनल असेसमेंट और थ्योरी दोनो के नंबर जोड़े जा रहे हैं। इसके बाद ही बोर्ड रिजल्ट घोषित करेगा।
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रिजल्ट का प्रतिशत बढ़ने की संभावना
हरियाणा में पिछले 5 सालों के आंकड़ों को देखें तो भी विद्यालय शिक्षा बोर्ड का 10वीं कक्षा का रिजल्ट औसतन 60 से 65 प्रतिशत ही रहा है। बोर्ड के इस नए बदलाव के बाद अब 25 से 30 प्रतिशत रिजल्ट बढ़ने की संभाबना बताई जा रही है। जिसके बाद रिजल्ट 90 प्रतिशत से अधिक जाने के आसार हैं। बोर्ड के अधिकारियों ने कहा है कि इस साल रिजल्ट को डीजी लॉकर से जोड़ दिया जाएगा, ताकि किसी भी विद्यार्थी को अगली कक्षा में एडमिशन के दौरान कोई भी परेशानी न हो।