Ambala: हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने कहा कि अम्बाला छावनी में डिफेंस कॉलोनी कच्चे बंध रोड को पक्का करने का यह पहला ऐसा प्रोजेक्ट है जिसमें सेना और राज्य सरकार मिलकर कार्य कर रही हैं। विज अंबाला छावनी में सवा करोड़ रुपए की लागत से डिफेंस कॉलोनी कच्चे बध रोड को पक्का करने के निर्माण कार्य का शिलान्यास कर रहे थे। इससे पहले, डिफेंस कालोनी गुड सिटिजन वेलफेयर सोसायटी और कैंटोनमेंट बोर्ड अधिकारियों ने अनिल विज व स्टेशन कमांडर ब्रिगेडियर रणजीत सिंह का अभिनंदन किया।
डिफेंस कॉलोनी अम्बाला छावनी विधानसभा में ढेरों विकास कार्य करवाए
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि पहले डिफेंस कॉलोनी क्षेत्र उनके विधानसभा क्षेत्र में नहीं था, जैसे ही यह क्षेत्र उनके विधानसभा क्षेत्र में आया तो उन्होंने यहां जो भी विकास कार्य उनके संज्ञान में लाए गए, उन्हें करवाया। भविष्य में भी इस क्षेत्र के लोगों द्वारा जो भी कार्य बताए जाएंगे उन्हें पूरा कराया जाएगा। कच्चे बंध रोड को पक्का करने के कार्य पर लगभग सवा करोड़ रुपए की राशि खर्च होगी, जिसमें 50 लाख रुपए की राशि उन्होंने अपने स्वैच्छिक कोष से तथा 75 लाख की राशि कैंटोनमेंट बोर्ड द्वारा खर्च की जाएगी। इस बंध रोड के बनने से डिफेन्स कॉलोनी के साथ-साथ आस-पास क्षेत्र के लोगों को काफी फायदा मिलेगा।
जहां विकास कार्यों के दर्शन नहीं होते थे, वहां विकास कार्य करवाए
गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री विज ने कहा कि डिफेंस कालोनी ही नहीं, बीडी फ्लोर मिल के पीछे जितनी भी कॉलोनियां है जहां पर विकास कार्यों के दर्शन तक नहीं होते थे, वहां पर उन्होंने विकास कार्य करवाए। इसके साथ-साथ चन्द्रपुरी, सुन्दर नगर जो विकास कार्यो से अछुता था, वहां पर भी विकास कार्य करवाए। काम करना हमारा धर्म हैं। सन 1999 में मैंने यहां पर पेयजल की पाईप लाईन डलवाई थी, समय के मुताबिक अब क्षेत्र बढ़ गया है, इसलिए लोगों को आगे पेयजल की समस्या न हो इसके लिए अद्दोमाजरा से दूसरी पेयजल पाईप लाईन कलरहेड़ी तक बिछाई जा रही है। यहां पर बूस्टर भी बनाया गया हैं ताकि बिना मोटर के तीसरी मंजिल तक आसानी से पानी पहुंच सके।
500 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा शहीदी स्मारक
गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि 500 करोड़ रुपए की लागत से अम्बाला छावनी जीटी रोड पर अम्बाला में अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का शहीदों को समर्पित शहीदी स्मारक बनाने का काम किया जा रहा हैं। आजादी की पहली लड़ाई अम्बाला छावनी से शुरू हुई थी, इस स्मारक को बनाए जाने के लिए उन्होंने लम्बी लड़ाई लड़ी, हर मंच से यहां पर स्मारक बनाए जाने की बात रखी। सरकार बनते ही हरियाणा के मुख्यमंत्री ने इस स्मारक को बनाए जाने की स्वीकृति दी और आज यहां पर भव्य स्मारक बनाने का काम किया जा रहा हैं, जिसका कार्य तेजी से जारी हैं।