हरियाणा विधानसभा चुनाव हारने के बाद भी कांग्रेस नेताओं के बीच घमासान मचा हुआ है। अब हुड्डा और सैलजा गुट प्रदेश अध्यक्ष और नेता विपक्ष के पद को लेकर आमने-सामने आ गए है। खबरों की मानें, तो दोनों गुठों ने इन दोनों पदों के लिए अपने-अपने नेताओं का नाम आगे बढ़ा दिया है। हालांकि, इस बार कांग्रेस हाईकमान खुद फैसला करेगा कि किसे अध्यक्ष का पद सौंपना चाहिए और किसे नेता विपक्ष की जिम्मेदारी मिलनी चाहिए।
दरअसल, इस हार के बाद प्रदेश प्रभारी दीपक बाबरिया ने अपने इस्तीफे की पेशकश कर दी है। वहीं, कहा जा रहा है कि प्रदेश अध्यक्ष उदयभान भी जल्द ही अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं। इसके अलावा कांग्रेस, नेता विपक्ष भी बदलने की तैयारी में लगी हुई है। इस पद के लिए भूपेंद्र सिंह हुड्डा अपना दावा नहीं कर सकेंगे। सूत्रों का दावा है कि कांग्रेस हाईकमान फिर से कुमारी सैलजा को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंप सकती है। ये ही वजह है कि हार के बाद भूपेंद्र सिंह हुड्डा और उदयभान अपने घर पर हैं और उन्होंने पार्टी नेताओं से मिलना जुलना बंद कर दिया है। वहीं, कुमारी सैलजा फील्ड में जाकर पार्टी कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर रही हैं और उन्हें सांत्वना देती हुईं नजर आ रही हैं।
खबर है कि हरियाणा विधानसभा में नेता विपक्ष का पद भी कुमारी सैलजा के करीबी को दिया जा सकता है। अभी इस पद को लेकर पूर्व सीएम भजनलाल के बेटे चंद्रमोहन के नाम की चर्चा हो रही है। वहीं जब इस बात की भनक हुड्डा गुट को लगी तो वो भी एक्टिव हो गया है। हुड्डा गुट की ओर से प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए (एससी चेहरे) विधायक गीता भुक्कल और नेता विपक्ष के लिए थानेसर से विधायक चुने गए (पंजाबी चेहरे) अशोक अरोड़ा का नाम आगे कर किया है। हालांकि, कांग्रेस हाईकमान की ओर से अभी कुछ भी फाइनल नहीं किया गया है। अब देखना ये होगा कि कांग्रेस किस गुट के नेताओं को प्रदेश अध्यक्ष और नेता विपक्ष की जिम्मेदारी सौपेगी।