जींद। चार दिन पहले परिवार के साथ महाकुंभ गई गांव राजपुरा निवासी 60 वर्षीय महिला रामपति की भगदड़ में मौत हो गई। भगदड़ के दौरान महिला के साथ गए गांव राजपुरा निवासी नरेंद्र व उसकी पत्नी भी घायल हो गए। जिन्हें खतरें से बाहर बताया जा रहा है। राजपति की मौत की सूचना मिलने के बाद परिजन ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचे तथा शव को प्रयागराज से गांव लाया जा रहा है। जींद के राजपुरा गांव से ग्रामीण 26 जनवरी को प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में स्नान करने के लिए गए थे। जिनमें राजपुरा गांव बारूराम की 60 वर्षीय पत्नी रामपति भी शामिल थी। प्रयागराज में संगम स्नान के दौरान अचानक मची भगदड़ में रामपति व गांव से गए उसके कुछ साथी फंस गए। भगदड़ के दौरान घायल होने से रामपति की मौत हो गई, जबकि राजपुरा निवासी नरेंद्र और उसकी पत्नी को भी चोटें आई हैं, लेकिन वह खतरे से बाहर हैं।
रात को गांव पहुंच सकता है शव
भगदड़ में रामपति की मौत की सूचना मिलने के बाद मृतका के परिजन ग्रामीणों के साथ मौके पर पहुंचे। जहां उन्होंने भगदड़ में घायल हुए नरेंद्र व उसकी पत्नी का हालचाल जानने के बाद शव लेकर गांव के लिए निकले। बताया जा रहा है कि बुधवार को देर रात तक रामपति का शव गांव पहुंच सकता है।
तीन बेटियों की मां ने गोद लिया है बेटा
गांव के सरपंच जयवीर ने बताया कि ने बताया कि रामपति की तीन बेटियां है तथा उसने एक बेटा गोद लिया हुआ है। वह गांव के ही नरेंद्र व उसके परिवार के साथ महाकुंभ गई थी। जब भगदड़ में उसकी मौत की सूचना मिली तो परिवार के साथ ग्रामीणों ने मौके पर पहुंचकर शव की पहचान की। सदर थाना पर प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि कुंभ स्नान के दौरान मची भगदड़ में गांव राजपुरा भेन की रामपति भी शामिल है। जिसकी मौत की सूचना उन्हें मिली है। मृतका का शव शुक्रवार तक गांव पहुंचने की संभावना है।