Narnaul: देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मोटे अनाजों को वैश्विक ब्रांड बनाने के प्रयासों का रंग अब दिखने लगा। इसी कड़ी में बुधवार को म्हारे हरियाणा के बाजरे की खेती देखने व उससे बनने वाले उत्पादों की जानकारी लेने दक्षिण अफ्रीका से आए एक प्रतिनिधि मण्डल ने एकीकृत बागवानी विकास केन्द्र सुन्दरह का भ्रमण किया। इंडिया मिलेट मिशन के तहत आए इस प्रतिनिधि मंडल ने जिला के प्रगतिशील किसानों के साथ अनुभव सांझा किए। यह भ्रमण कार्यकम कृषि तथा किसान कल्याण विभाग व बागवानी विभाग की ओर से संयुक्त रूप से करवाया गया।
विवीयन ओजांग ने किया प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व
एकीकृत बागवानी विकास केन्द्र की इंचार्ज डॉ. नेहा यादव ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका प्रतिनिधिमण्डल का प्रतिनिधित्व विवीयन ओजांग ने किया। इस दल में उनके साथ डॉ. मायाश्री, प्रोफेसर योन्हा शेल्टी, डॉ. तेज व प्रोफेसर हासन काया शामिल रहे। प्रतिनिधि मण्डल के साथ कृषि तथा किसान कल्याण विभाग हरियाणा से संयुक्त निदेशक डॉ. महावीर सिंह तथा बागवानी विभाग हरियाणा से विषय विशेषज्ञ बागवानी डॉ. हितेश अग्रवाल ने भ्रमण करवाया। एकीकृत बागवानी विकास केन्द्र सुन्दरह में दक्षिण अफ्रीका प्रतिनिधि मण्डल ने जिले के 20 प्रगतिशील किसानों से बाजरा फसल पर विचार विमर्श करके जानकारी ली।
अगेती बिजाई के खेतों में फसलों का किया निरीक्षण
दक्षिण अफ्रीका के प्रतिनिधिमंडल ने बाजरे की अगेती बिजाई के खेतों में जाकर फसल को देखा। साथ ही बाजरे से बनने वाले उत्पादों के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी ली। किसानों ने बताया कि अब देश की संसद भवन की कैंटीन में मोटे अनाज से बने व्यंजनों को शामिल किया गया है। यह बाजरा उत्पादकों के लिए गर्व की बात है। स्वयं सहायता समूह भोजावास, बवानिया व सुन्दरह की महिला किसानों द्वारा बनाए गए बाजरे के उत्पादों की बहुत सराहना की गई। सभी ने बाजरे के व्यंजनों को बहुत ही स्वादिष्ट बताया। एकीकृत बागवानी विकास केन्द्र की इंचार्ज डॉ. नेहा यादव ने केन्द्र का भ्रमण करवाया तथा केन्द्र में चल रही गतिविधियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी।