JJP Leader Murder Case: हांसी के उमरा रोड पर मंगलवार रात करीब साढ़े बारह बजे पुलिस और बदमाशों के बीच मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में दोनों तरफ से हुई फायरिंग हुई और तीन बदमाशों को पैर में गोली लगी। इसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर तीनों को हांसी के सिविल अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उनका इलाज चल रहा है।। पुलिस के अनुसार, तीनों बदमाश जेजेपी नेता रविंद्र सैनी की हत्याकांड में शामिल थे।
पहले भी पुलिस कर चुकी गिरफ्तारी
पकड़े गए तीनों आरोपियों की पहचान रोहतक के खरक गांव जाटान निवासी 24 वर्षीय योगेश, जींद जिले के देवरड़ गांव निवासी 20 वर्षीय सचिन उर्फ मंगतू और भिवानी जिले के उपमंडल तोशाम के समीप स्थित गांव पिंजोखरा निवासी 31 वर्षीय विकास उर्फ काशी के रूप में हुई है। बता दें कि रविंद्र सैनी हत्याकांड में पुलिस इससे पहले मास्टरमाइंड विकास उर्फ विक्की नेहरा समेत 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस का कहना है कि इस हत्याकांड में 10 से अधिक लोग शामिल है। रविंद्र सैनी की हत्या पुरानी रंजिश के चलते की गई थी।
पुलिस को मिली थी सीसीटीवी फुटेज
हांसी में शहर के अंदर से गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर हिसार चुंगी के पास स्थित सैनी मोटर्स के स्वामी और जेजेपी नेता रविन्द्र सैनी की 10 जुलाई शाम को 6 बजे तीन शूटरों द्वारा उनके शोरूम के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। वारदात के समय रवींद्र सैनी फोन पर बात करते हुए शोरूम बाहर आए थे और इसी दौरान मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए बदमाशों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी थी। इस वारदात को अंजाम देते ही आरोपी फरार हो गए थे। इसके बाद इस सीसीटीवी फुटेज सामने आई थी, जिसमें तीन शूटरों द्वारा रविन्द्र सैनी को गोली मारने के बाद मोटरसाइकिल के पास खड़े अन्य युवक के साथ वहां से भागते हुए दिखाई दे रहे थे।
12 जुलाई को किया गया था अंतिम संस्कार
वहीं, रविंद्र सैनी की हत्या के विरोध में शुक्रवार 12 जुलाई को हांसी शहर को बंद कर दिया गया था। 12 जुलाई को ही सुबह से चंडीगढ़ में प्रतिनिधि मंडल की सीएम नायब सैनी के साथ बैठक हुई। मामले में सीएम ने परिवार की तीन मांगों पर अपनी सहमति दी, जिसके बाद परिवार ने शव लेने पर सहमति जताई और 12 जुलाई को शाम को अंतिम संस्कार कर दिया गया।