Karnal ASI Murder Case: करनाल में एएसआई संजीव की हत्या की गुत्थी को एसटीएफ ने सुलझा लिया है। बताया जा रहा है कि एएसआई के जीजा ने ही शूटरों को रुपये देकर अपने साले की हत्या कराई थी। पुलिस ने अलीगढ़ (उत्तर प्रदेश) से तीन शूटरों को गिरफ्तार कर लिया है। जानकारी के अनुसार, विदेश में बैठकर जीजा ने इस हत्याकांड की साजिश रची थी।

एक आरोपी ने की थी भागने की कोशिश

कहा जा रहा है कि इस मामले को लेकर पुलिस आज शनिवार को कुछ और खुलासे भी कर सकती है। गिरफ्तार किए गए आरोपियों को आज कोर्ट में पेश किया जाएगा। इससे पहले एक आरोपियों का मेडिकल टेस्ट कराने के लिए करनाल लाते समय एक शूटर ने पुलिस के गिरफ्त से भागने की कोशिश की तो एसटीएफ को उसके पैर में गोली मारनी पड़ी, जिसके चलते वह घायल हो गया। इसके बाद घायल आरोपी को इलाज के लिए नागरिक अस्पताल में भर्ती कराया गया।

करनाल पुलिस पहुंची अलीगढ़

इस मामले को लेकर पुलिस को एक सीसीटीवी वीडियो मिला था। इस वीडियो में यह दिखाई दिया था कि एक युवक हेलमेट पहने है और दूसरा मुंह पर कपड़ा बांधे हुए है और दोनों ही बाइक पर सवार है। इसके बाद जब पुलिस जांच करते हुए अलीगढ़ पहुंची और यहां पर स्थानीय पुलिस से मदद ली। जांच करते हुए पुलिस ने होली चौक क्वार्सी में रहने वाले बाइक मैकेनिक के बेटे मोहित और चौकीदार के बेटे तुषार को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने की आरोपियों से पूछताछ

पहले तो दोनों ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन सख्ती से पूछताछ के बाद सच उगल दिया। पूछताछ के दौरान दोनों ने बताया कि उन्हें यह काम सांगवान सिटी में रहने वाले कासिमपुर गोपालपुर जवां निवासी हिंदू धर्म रक्षा दल के कथित राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय शर्मा उर्फ फतेंद्र ने सौंपा था। इसके बाद  पुलिस ने अभय को भी गिरफ्तार किया और शुक्रवार दोपहर तीनों को पुलिस साथ ले गई।

आरोपियों ने किया ये खुलासा

पुलिस ने जब आरोपियों से पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि अभय शर्मा के सोशल मीडिया अकाउंट पर उसका मोबाइल नंबर है। उसी नंबर पर एएसआई के कनाडा में रहने बाले जीजा ने उन्हें फोन किया था। उसने कहा कि तुम हिंदू समाज के लिए अच्छा काम कर रहे हो। बात करते हुए उससे दोस्ती कर ली और बताया कि एएसआई समाज के खिलाफ काम कर रहा है। उसे मारने के दो लाख रुपये मिलेंगे।

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इस पर अभय तैयार हो गया और उसने अपने संगठन से जुड़े इन दोनों युवकों को भी इसी तरह शामिल कर लिया और कहा कि यह समाज के खिलाफ काम करता है। इसकी हत्या पर तुम्हारा नाम होगा। इसके बाद दोनों युवक अलीगढ़ से निकल गए। उन्हें चार दिन की रेकी के बाद हत्या का मौका मिला और वारदात को अंजाम दिया।