Farmers Protest: खापों की आज यानी 12 दिसंबर मंगलवार को जाट धर्मशाला में बैठक हुई। बैठक में सभी ने फैसला लिया है कि अगर मांगों को लेकर किसान संगठनों द्वारा किये जा रहे आंदोलन को यदि सरकार दबाने का प्रयास करेगी तो खापों की ओर से किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर हर आंदोलन को भरपूर समर्थन किया जाएगा।
बैठक के बाद खापों ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि पिछले लम्बे समय से एमएसपी सहित अन्य मांगों को लेकर किसान आंदोलन कर रहे हैं। 13 फरवरी से खनौरी व शंभू बॉर्डर पर किसानों को रोका हुआ है। असंख्य किसान उसी दिन से मौके पर धरने पर बैठे हैं।
खापों ने क्या मांग रखी ?
6 दिसम्बर को शंभू बॉर्डर से अनुशासन में रहकर किसान दिल्ली के लिये कूच करेंगे। खनौरी बार्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डलेवाल पिछले आठ दिनों से मरणासन पर बैठे हैं। प्रेस वार्ता में सरकार से शांतिपूर्वक आंदोलन कर रहे हैं। खापों ने किसानों पर अत्याचार बंद करने और दिल्ली जा रहे किसानों को किसी भी सूरत में न रोके जाने की मांग की है।
सभी खापों के प्रतिनिधियों ने सरकार को चेतावनी दी है कि यदि किसान भाईयों के साथ किसी तरह की कोई भी ज्यादती करने की कौशिश की गई तो हरियाणा की सभी खापें किसानों के साथ सडक़ों पर उतरने का काम करेंगी।
जाट लैंड पर खाप पंचायत ने क्या कहा ?
प्रेस वार्ता में खाप प्रतिनिधियों ने किसान संगठनों व आम जनता से कहा कि खिलाड़ी आंदोलन व जाट आरक्षण आंदोलन में टिकेत बंधु व यशपाल मलिक का असली चेहरा सामने आ गया था। दोनों भाजपा के एजेंट निकले थे।
इसके अलावा जाट लैंड बनाने की मांग करने वालों को खापों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यहां छतीस बिरादरी का भाईचारा है। इस तरह की ओच्छी हरकत समाज को बांटने का काम करती है। खापों ने इस तरह की मांग को खारिज किया। पूरे समाज से अनुरोध है कि इस तरह के दुष्प्रचार में न आयें।
बैठक में कौन शामिल हुए ?
बैठक में खाप के प्रमुख प्रतिनिधि रामफल राठी, पूनिया खाप से शमशेर सिंह नंबरदार, दहिया खाप से जयपाल दहिया, सात बास खाप से बलवान मलिक, कंडेला खाप से ओमप्रकाश कंडेला, सतरोल खाप से सतीश चेयरमैन, सतरोल खाप तपा बास के प्रधान वीरेंद्र बामल, नेहरा खाप से कृष्ण नेहरा, फौगाट खाप से सुरेश फौगाट, कुंडू खाप से उमेद सरपंच शामिल रहे।
Also Read: शूरसैनी जयंती समारोह, सीएम नायब सिंह सैनी हुए शामिल, कैथल लोगों के लिए किया बड़ा ऐलान