Jind News: हरियाणा के जींद के मोहनगढ़ छापड़ा गांव का बीएसएफ जवान सत्यवान ड्यूटी के दौरान शहीद हो गए। वह भारत-बांग्लादेश की सीमा पर तैनात थे। शभक्ति नारों के साथ हरियाणा पुलिस और भारतीय सेना ने गार्ड ऑफ ऑनर देकर सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया।
48 साल के सत्यवान खटकड़ 1995 में बीएसएफ में भर्ती हुए थे और 90वीं बटालियन सीमा सुरक्षा बल रूपनगर कूच बिहार पश्चिम बंगाल में तैनात थे। जानकारी के अनुसार, 12 जनवरी, 2024 की रात 12 बजे सत्यवान शहीद हो गए। अंतिम संस्कार के दौरान तहसीलदार और डीएसपी अमित भाटिया तथा हजारों की संख्या में लोग मौजूद रहे। सत्यवान के पिता रिटायर्ड सूबेदार रामपाल सिंह ने तिरंगा लहराया।
पार्थिव शरीर मोहनगढ़ छापड़ा में लाया गया
हालांकि, अभी तक सत्यवान की मौत किस वजह से हुई है, इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं है। मुख्य आरक्षक सत्यवान सिंह का पार्थिव शरीर इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर इंडिगो विमान संख्या 6 ई-5249 से दिनांक 14 जनवरी, 2024 को दोपहर 12:15 बजे पहुंचा। आज सोमवार को सत्यवान का पार्थिव शरीर उनके गांव मोहनगढ़ छापड़ा में अंतिम संस्कार के लिए लाया गया।
सत्यवान का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था, जहां अंतिम दर्शन के बाद शस्त्रों की सलामी देकर अंतिम संस्कार किया गया। सत्यवान जींद जिले के गांव मोहनगढ़ छापड़ा के रहने वाले थे।
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साधारण स्वभाव के थे सत्यवान
सत्यवान खटकड़ के परिवार में उनकी पत्नी, दो बेटियां और इसके अलावा एक बेटा और उनका छोटा भी भाई है। उनके पिता सेना से ही सूबेदार रिटायर हुए थे। गांव के सरपंच प्रतिनिधि आमीर ने बताया कि सत्यवान खटकड़ बहुत ही साधारण स्वभाव और मिलनसार थे।