Mahendragarh: स्थानीय रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिए लगाई गई एटीवीएम मशीन (स्वचालित टिकट वेडिंग मशीन) एक बार फिर खराब हो गई। रेलवे स्टेशन पर एक टिकट विंडो होने के कारण यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है। वहीं 22 जनवरी को अयोध्या में होने वाले कार्यक्रम के चलते रेलवे स्टेशन पर टिकट लेने वाले यात्रियों की संख्या अधिक होने के कारण टिकट विंडों के सामने लंबी कतार लगी रहती हैं।

प्रदेश के सबसे पुराने रेलवे स्टेशन में शुमार है महेंद्रगढ़ स्टेशन

आदर्श रेलवे स्टेशन महेंद्रगढ़ प्रदेश के सबसे पुराने रेलवे स्टेशन में शुमार है, लेकिन रेलवे विभाग को अच्छी आमदनी देने के बाद भी भेदभाव का शिकार हो रहा है। जिससे रेल में सफर करने वाले यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रही है। 2016 में महेंद्रगढ़ रेलवे स्टेशन पर एटीवीएम मशीन लगाई गई थी, जिसका यात्रियों को काफी लाभ मिल रहा था। लेकिन 2022 में एटीवीएम मशीन में तकनीकी समस्या आ गई। दैनिक यात्री महासंघ की मांग पर बीकानेर मंडल 7 फरवरी 2022 को एटीवीएम मशीन को ठीक करने के लिए ले गया। 13 माह तक एटीवीएम मशीन ठीक होकर वापस नहीं लौटी।

2022 में रेलवे ने 41 स्टेशनों पर लगाई थी नई एटीवीएम मशीन

मार्च 2022 में रेलवे विभाग की ओर से 41 रेलवे स्टेशन पर नई एटीवीएम मशीन लगाई थी, जिसमें एक मशीन महेंद्रगढ़ रेलवे स्टेशन पर भी लगाई थी, लेकिन 17 जनवरी को एक बार फिर एटीवीएम मशीन में तकनीकी समस्या आ गई। यह नई मशीन केवल 9 माह चलने के बाद ही खराब हो गई। बताया जा रहा है कि इस एटीवीएम मशीन की तीन वर्ष गांरटी थी। अब एटीवीएम को ठीक कराने के लिए बीकानेर मंडल भेजा जाएगा। पिछली बार जब एटीवीएम मशीन खराब हुई थी, तब एक वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी ठीक होकर वापस नहीं आई थी।

रेलवे स्टेशन पर केवल एक टिकट खिड़की

महेंद्रगढ़ रेलवे स्टेशन पर यात्रियों के टिकट लेने के लिए एक खिड़की है। जिस पर यात्रियों की टिकट काटने के साथ, आरक्षण, तत्काल टिकट व एमएसटी बनाने सहित अन्य कार्य होते है। एक खिड़की होने के कारण बहुत से यात्री ट्रेन के आने से पहले टिकट नहीं बनवा पाते। यात्रियों को बिना टिकट रिस्क लेकर सफर करना पड़ता है। इससे रेलवे विभाग को भी घाटा उठाना पड़ता है।

प्रतिदिन होती है करीब 1.35 लाख कमाई

महेंद्रगढ़ से रेलवे विभाग को प्रतिदिन अच्छी खासी कमाई होती है। महेंद्रगढ़ से रेलवे विभाग को प्रतिदिन करीब 1.35 लाख रुपए की कमाई होती है। इसके बावजूद भी रेलवे विभाग ने महेंद्रगढ़ रेलवे स्टेशन को मूलभूत सुविधाओं से वंचित कर रखा है। रेवाड़ी-लोहारू मार्ग पर 26 सवारी गाड़ियों का संचालन होता है। महेंद्रगढ़ से प्रतिदिन हजारों की संख्या में यात्री रेवाड़ी, गुरुग्राम व दिल्ली नौकरी करने के लिए जाते है। एटीवीएम मशीन लगने के बाद दैनिक यात्रियों को काफी लाभ पहुंचेगा।

इस तरह काम करती हैं मशीनें

रेलवे की ओर से नियमित यात्रा करने वाले यात्री को एक कार्ड उपलब्ध कराया जाता है। वह कार्ड यात्री को मशीन में स्वैप करना पड़ता है, जिसके बाद तुरंत स्क्रीन पर 50 चुनिंदा स्टेशनों के नाम आते हैं। यात्रियों को इन स्टेशनों में अपने गंतव्य स्टेशन का चुनाव करना पड़ता है। यदि इन स्टेशनों में यात्रियों का स्टेशन नहीं है, तो बगल में आए एक बॉक्स पर क्लिक कर स्टेशन का नाम टाइप करना पड़ता है। स्टेशन का नाम आते ही उस पर क्लिक करते ही टिकट की कीमत काटकर टिकट मिल जाता है।

महेंद्रगढ़ के साथ किया जा रहा है भेदभाव

दैनिक यात्री महासंघ के अध्यक्ष रामनिवास पाटोदा का कहना है कि रेलवे विभाग को महेंद्रगढ़ से अच्छी आमदनी होती है। इसके बावजूद में बीकानेर मंडल के अधिकारी महेंद्रगढ़ के साथ अन्याय कर रहे है। बीकानेर मंडल के अधिकारियों की मनमानी के चलते यात्रियों को परेशानी उठानी पड़ रहीं है। यह भेदभाव किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जल्द ही इसका लेकर रणनीति बनाकर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।