जींद। नए बस अड्डे के निकट रविवार को दूसरी बार जिला नगर योजनाकार विभाग ने अवैध रूप से विकसित की जा रही कॉलोनियों पर पीला पंजा चलाया। लाखों रुपये में नए बने दो मंजिला भवन को भी अधिकारियों ने नहीं छोड़ा और पूरी तरह से ध्वस्त कर दिया। यहां कुछ रसूखदारों की इमारतें गिरी तो कुछ असरदारों की इमारतें खड़ी रहीं। हालांकि लोगों ने कार्रवाई को रोकने के लिए जींद-नरवाना नेशनल हाइवे के बीचोंबीच बैठकर 15 मिनट के लिए जाम भी लगाया, लेकिन कार्रवाई नही रुकी। कार्रवाई को सुचारू रूप से जारी रखने के लिए यहां भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई थी। एसडीएम सत्यवान यहां ड्यूटी मजिस्ट्रेट के तौर पर तैनात रहे, जबकि जिला नगर योजनाकार सुनील अंतिल की मौजूदगी में लगातार कार्रवाई को अंजाम दिया जाता रहा। हालांकि लोगों ने विभागीय कार्रवाई का विरोध किया और जेसीबी को रुकवाने का प्रयास किया, लेकिन भारी पुलिसबल के आगे इन लोगों की एक नहीं चली। देर शाम तक जिला नगर योजनाकार विभाग की कार्रवाई जारी रही। इस दौरान तीन मंजिला मकान समेत 18 मकान गिराए गए और सड़क नेटवर्क तथा नींव उखाड़ी गई।

28 जनवरी को भी चलाया था पीला पंजा

जिला नगर योजनाकार विभाग ने एक सप्ताह पहले 28 जनवरी को भी नए बस अड्डे के पास पीला पंजा चलाया था। उस दौरान आरोप लगे थे कि कई रसूखदारों द्वारा बनाई गई बिल्डिंगों को नहीं गिराया गया, जबकि जिनकी पहुंच नहीं थी, उनकी आधी बनी बिल्डिंगों को गिराने का काम किया गया। रविवार को भारी पुलिसबल के साथ जिला नगर योजनाकार विभाग की टीम पीला पंजा लेकर फिर नए बस अड्डे के पास पहुंची और एक-एक कर निर्माणों को गिराने का काम किया।

15 मिनट तक लगाया जाम

इस दौरान लोग विरोध में उतर आए और कभी जेसीबी के आगे खड़े होने लगे तो साथ ही कुछ लोग जेसीबी के ऊपर चढ़कर कार्रवाई को रुकवाने का प्रयास करने लगे। मौके पर तैनात पुलिस ने लोगों को हटाना शुरू कर दिया। इस दौरान महिलाएं आगे आईं तो महिला पुलिसकर्मियों की सहायता से उन्हें भी हटा दिया। विरोध कर रहे लोगों को बस में बैठाकर साइड में रोक लिया गया तो लोगों ने जींद-नरवाना नेशनल हाईवे पर जाम लगा दिया। करीब 15 से 20 मिनट तक जाम लगा रहा। इसके बाद जाम खुलवाया गया।

क्या कहते हैं अधिकारी

जिला नगर योजनाकार सुनील ने बताया कि कार्रवाई के दौरान दो मंजिला भवन सहित छह के करीब मकान गिराए गए हैं। लोग अवैध कॉलोनाइजरों के झांसे में आकर यहां मकान खरीद रहे हैं जबकि यह अवैध है, इसलिए कार्रवाई की जा रही है। अवैध रूप से किए जा रहे निर्माण कार्य को हटाया जा रहा है। कार्रवाई को अंजाम देने के लिए पुलिसबल का सहारा लिया गया है।