Bhiwani: 72 फील्ड रेजीमेंट यूनिट में जम्मू-कश्मीर में बतौर हवलदार तैनात शहीद संदीप यादव का पार्थिक शव शुक्रवार को उनके पैतृक गांव सिरसा घोघड़ा में पहुंचा। शहीद संदीप के पार्थिव शरीर की सैन्य सम्मान के साथ अंत्येष्टि की गई। शहीद के पुत्र जतिन ने शहीद संदीप के पार्थिव शरीर को मुखाग्रि दी। अमर शहीद की पैरेंट यूनिट 72 फील्ड रेजीमेंट के 13 आर्म्ड रेजीमेंट के सैनिकों ने हवाई फायर एवं मातमी धुन बजाकर शहीद को अंतिम सलामी दी।
ट्रेनिंग के दौरान शहीद हो गया संदीप कुमार
गांव सिरसा घोघड़ा निवासी 40 वर्षीय संदीप कुमार फील्ड फायरिंग रेंज राजस्थान में फील्ड फायरिंग के लिए आए थे, जहां पर 22 मई को ट्रेनिंग के दौरान शहीद हो गए। शुक्रवार को सेना के वाहन में शहीद संदीप का पार्थिव शरीर तिरंगे में लिपटा हुआ गांव पहुंचा। शहीद के पार्थिव शरीर के गांव में पहुंचने की सूचना मिलते ही समूचे गांव के लोग अपने लाडले के अंतिम दर्शन के एकत्रित हो गए। गांव के शमशान घाट में शहीद संदीप की अंत्येष्टि की गई। शहीद के पार्थिव शरीर को लेकर पैरेंट यूनिट 72 फील्ड रेजीमेंट का 13 आर्म्ड रेजीमेंट की सैनिक टुकड़ी लेकर पहुंची, लेकिन जिला प्रशासन की तरफ से कोई भी अधिकारी शहीद को अंतिम सलामी देने नहीं पहुंचा, जिसके चलते ग्रामीणों में खासा रोष देखा गया।
जिला सैनिक बोर्ड से नहीं पहुंचा कोई अधिकारी, पूर्व सैनिकों में रोष
पूर्व सैनिक महेश चौहान ने बताया कि शहीद हवलदार संदीप के पिता किसान एवं मां गृहणी है। संदीप का जन्म 25 दिसंबर 1983 को हुआ तथा वे 29 मार्च 2001 को बतौर सिपाही सेना में भर्ती हुए थे। शहीद संदीप की दो बेटी व एक बेटा है। चौहान ने कहा कि जिला सैनिक बोर्ड से भी कोई न पहुंचने पर पूर्व सैनिकों ने विरोध दर्ज किया तथा जीओसी हिसार कैंट, रक्षामंत्री को लेटर लिखकर विरोध दर्ज करने की बात कही।