Jind: किसान आंदोलन के चलते पंजाब बॉर्डर को बंद कर रखा है जिसके कारण यात्री काफी परेशान है। पिछले तीन माह से रूट को डायवर्ट किया हुआ है, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ रही है। अभी संगरूर, लुधियाना व पटियाला वाला रास्ता बाधित है, जबकि अन्य रास्ते धीरे-धीरे खुल चुके हैं। किसान आंदोलन के चलते पिछले कुछ दिनों से रोहतक, गुरुग्राम, दिल्ली, चंडीगढ़, लुधियाना, गंगानगर जैसे रूट बाधित थे, जिससे एक ओर यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। वहीं डिपो के राजस्व में घाटा हो रहा था। बसों को डायवर्ट रूट से चलाए जाने के कारण यात्रियों को निर्धारित स्थान पर पहुंचने में ज्यादा समय लग रहा था। रोडवेज बस भी ज्यादा किलोमीटर तय कर रही थी।
चंडीगढ़ रूट पर यात्रा हुई सुगम
चंडीगढ़ रूट पर एक बार फिर यात्रा सुगम हो गई है। किसान आंदोलन के चलते पिछले तीन सप्ताह से सुरक्षा के चलते रूट डायवर्ट किया गया था, लेकिन अब बस अपने निर्धारित रूट से चलना शुरू हो गई हैं। इससे यात्रियों ने राहत की सांस ली है। पहले चंडीगढ़ जाने वाली बस को वाया बलदेव नगर व नारायणगढ़ होते हुए चंडीगढ़ भेजा जा रहा था। इस रास्ते से यात्रियों को चंडीगढ़ पहुंचने में लगभग सवा पांच घंटे लग जाते थे, जबकि पिहोवा, अंबाला व चंडीगढ़ के रास्ते यात्रियों को लगभग साढ़े चार घंटे लगते हैं। ऐसे में डायवर्ट रूट से यात्रियों को चंडीगढ़ पहुंचने में पौना घंटा ज्यादा लग रहा था। जींद से चंडीगढ़ रूट पर 15 से अधिक बस जाती हैं। जबकि एक सप्ताह पहले ही दिल्ली व गंगानगर रूट के रास्ते खुले थे। वहीं अभी गुरुग्राम जाने वाली बस वाया बादली के रास्ते जा रही हैं।
नई बसों को भी जल्द चलाया जाएगा रूट पर
दो मार्च को डिपो में 11 नई बस आई थी, जिनके बाद डिपो में रोडवेज बसों की संख्या 200 हो गई है। बसों की पासिंग, परमिट व फास्ट टैग जैसी कागजी कार्रवाई में थोड़ा समय लगेगा। जिसके बाद बसों को रूट पर भेजा जाएगा। फास्ट टैग लगने तक बसें रोहतक व कैथल जैसे रूट पर चलेंगी। वहीं फास्ट टैग लगने के बाद पानीपत, हिसार, कुरुक्षेत्र जैसे रूट पर चलाई जाएंगी।
चंडीगढ़ रूट हो चुका है बहाल
जींद डिपो के डीआई जसमेर खटकड़ ने बताया कि पंजाब रूट अभी भी बाधित है। किसान आंदोलन के चलते पिछले कुछ दिनों से चंडीगढ़ रूट पर बसें डायवर्ट रूट से चलाई जा रही थी, जो अभी निर्धारित रूट पर चल रही हैं। ऐसे में यात्रियों को चंडीगढ़ पहुंचने में समय भी कम लगेगा। इसके अलावा जल्द ही 11 नई बसों की पासिंग भी करवा ली जाएगी, जिसके बाद नई बसों को रूट पर भेजा जाएगा।