Sonipat: शहर थाना क्षेत्र से सप्ताह भर पहले अपहरण हुई किशोरी का सुराग नहीं लगने पर बिफरे परिजनों ने परिचितों व आसपास के लोगों संग मिलकर छोटूराम चौक पर जाम लगा दिया। उनका आरोप था कि अपहरणकर्ता उनसे पांच लाख रुपए की मांग कर रहा है। उसके बावजूद पुलिस ठोस कार्रवाई नहीं कर रही। मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी ने लोगों को समझाया और आधा घंटा बाद उन्हें मार्ग से हटाया व एसीपी राहुल देव से मुलाकात कराई। एसीपी ने ठोस कार्रवाई का आश्वासन दिया, जिसके बाद लोग शांत हुए।
संदिग्ध हालत में लापता हुई थी किशोरी
शहर थाना क्षेत्र से 15 वर्षीय किशोरी 29 जून को संदिग्ध अवस्था में लापता हो गई। मूलरूप से बिहार के रहने वाले परिवार ने शहर थाना में शिकायत दी तो पुलिस ने 30 जून को अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया। अभी तक किशोरी का सुराग नहीं लग सका। किशोरी के परिचितों ने बताया कि उनके पास व्हाट्सएप पर कॉल आ रही है, जिसमें उनसे लड़की को छोड़ने की एवज में पांच लाख रुपए मांगे जा रहे हैं। अपहरणकर्ता उन्हें कह रहे हैं कि लड़की पर वह 25-30 हजार रुपए खर्च कर चुके है। वह लगातार रुपए की मांग कर रहा है। शनिवार को तो आरोपी ने हद कर दी। उसने कॉल कर उनसे सिगरेट के लिए 250 रुपए की मांग की।
पुलिस पर लगाया कार्रवाई न करने का आरोप
परिजनों का आरोप है कि रुपए मांगे जाने के बारे में पुलिस को बताया था। उसके बाद भी कार्रवाई नहीं होती देख शनिवार शाम करीब साढ़े चार बजे वह आसपास के लोगों के साथ एकत्रित होकर सड़क पर उतर आए। उन्होंने छोटूराम चौक पर जाम लगा दिया और मामले में कार्रवाई की मांग की। जिस पर कार्यकारी थाना प्रभारी राजेश कुमार मौके पर पहुंचे और परिवार को समझाकर जाम खुलवाया। उन्होंने परिवार के सदस्यों को एसीपी राहुल देव से मिलवाया। उन्होंने मामले में ठोस कार्रवाई का आश्वासन देकर परिवार को शांत कर दिया।
पुलिस की टीम को राजस्थान भेजा गया
किशोरी के परिजनों का आरोप है कि कॉल करने वाले ने बताया कि वह राजस्थान के कोटा में है। जिस पर पुलिस ने टीम को राजस्थान भेजा है। एसीपी राहुल देव ने बताया कि किशोरी के लापता होने की जानकारी मिलते ही अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले में लगातार सबूत जुटाने में लगी है। परिजनों ने मुलाकात की थी। उन्हें पूरे मामले की जानकारी देकर संतुष्ट किया गया है। अब मिले इनपुट पर टीम को भेजा गया है। जल्द मामले का खुलासा किया जाएगा।