Logo
लोकसभा चुनाव 2024 से पहले सरकार प्रदेश में व्यापक स्तर पर अफसरों के ट्रांसफर की तैयारी कर रही है। जिसके लिए सीएमओ दफ्तर के अधिकारियों ने मंथन शुरू कर दिया है। ट्रांसफर दो चरणों में किया जा सकता है, जिसे लेकर अभी से चर्चाएं शुरू हो गई हैं। जिसे लेकर अफसरों ने मनचाही पोस्टिंग के लिए आकाओं के दरवाजे खटखटाने भी शुरू कर दिए हैं।

Chandigarh: योगेंद्र शर्मा. चंडीगढ़। नए साल की शुरुआत होते ही सूबे की अफसरशाही में व्यापक बदलाव की तैयारी की जा रही है, जिसके लिए(सीएमओ) मुख्यमंत्री ऑफिस में तैनात अफसरों द्वारा होमवर्क किया जा रहा है। पहले चरण में जहां राज्य मुख्यालय पर तैनात आला अफसरों की छोटी सूची तैयार है, वहीं इसके बाद दूसरी चरण में जिलों में तीन साल और इससे ज्यादा वक्त से तैनात अफसरों को भी  बदला जाएगा।


चुनावों की घोषणा से पहले हो सकते हैं ट्रांसफर
भरोसेमंद उच्च पदस्थ सूत्रों का कहना है कि लोकसभा 2024 और इसके बाद में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर जहां राज्य के सभी जिलों में मुख्य निर्वाचन अधिकारी के दिशा निर्देशों, शर्तों अनुसार प्रशासनिक फेरबदल अनिवार्य तौर पर करना होगा। जिसमें तीन साल और इससे ज्यादा वक्त से एक ही जिले में तैनात अफसरों को बदला जाएगा। वहीं, इस क्रम में राज्य में आने वाले नए बैच के प्रशासनिक अफसरों को भी तैनाती का तोहफा दिए जाने की संभावना है। इसके बाद राज्य मुख्यालय और प्रधान सचिव, एसीएस (अतिरिक्त मुख्य सचिव) स्तर के अफसरों अन्य की भी सूची आने की संभावनाएं हैं। सभी की नजरें सीएम आफिस की ओऱ से लगी हुई है, आने वाले वक्त में किस अधिकारी की कहां पर तैनाती होगी।    


ज्यादा वक्त से एक ही जिले में टिके अफसर भी हटेंगे
लोकसभा और विधानसभा चुनाव 2024 की मुहिम को लेकर अभी से  होमवर्क किया जा रहा है। सीएमओ (मुख्यमंत्री ऑफिस) में तैनात आला-अफसरों द्वारा इस दिशा में होमवर्क किया जा रहा है। जिसके तहत जिलों में तीन साल और इससे ज्यादा वक्त से
 तैनात अधिकारियों को वैसे, भी चुनाव आयोग के दिशा निर्देशों के अनुसार हटाना पड़ता है, इस दिशा में आला अफसरों ने पहले ही कामकाज की शुरुआत कर दी है। 

मुख्यमंत्री मनोहरलाल साफ कर चुके दोनों ही चुनावों के लिए तैयार
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल तीन राज्यों के चुनाव का परिणाम आने के बाद से लगातार लोकसभा 2024 के साथ साथ में  विधानसभा चुनाव कराने के लिए पूरी तरह से तैयार होने की बात कह चुके हैं। हालांकि इस बारे में कोई भी अंतिम फैसला भाजपा हाईकमान को करना है। कुल मिलाकर नए साल में लोकसभा चुनावों औऱ विधानसभा चुनावों के मद्देनजर तैयारी अभी से की जा रही है। सत्ताधारी पार्टी ही नहीं बल्कि विपक्ष की ओर से भी तैयारी की जा  रही है।

5379487