Fatehabad: नया साल सत्ताधारियों के लिए विपरीत परिस्थितियां लेकर आया। लोकल भाजपा विधायक दुड़ाराम जहां पहले कई विवादों से घिरे रहे, उस कड़ी में एक घटनाक्रम ओर जुड़ गया। ऐसा लगता है कि जैसे शहर के बाद ग्रामीण क्षेत्रों में विधायक के खिलाफ आवाज उठनी शुरू हो गई है। दरअसल, पहले विधायक दुड़ाराम की छवि एक प्रखर नेता के रूप में थी लेकिन इस एक वर्ष में माहौल उनके विपरीत जाता नजर आ रहा है। विधायक जनसंवाद कार्यक्रम के तहत गांव पीलीमंदौरी पहुंचे तो सभा में ग्रामीणों ने उनसे खूब सवाल किए, जिनका विधायक के पास कोई जवाब नहीं था। ऐसे में विधायक को जनसभा छोड़कर ही वापस लौटना पड़ा।
सवालों के बचते नजर आए दुड़ाराम, मुस्कुराने का करते रहे प्रयास
भट्टूकलां के गांव पीलीमंदोरी में जनसंवाद कार्यक्रम के दौरान विधायक दुड़ाराम के बोलते वक्त गांव के एक युवक ने खूब सवाल खड़े कर दिए। माइक लेकर उठाएं गए सवालों का विधायक ने जबाव देने की बजाय, मुस्कुराने की कोशिश करते देखे गए। बाद में भी सवालों कों बीच में ही छोड़कर विधायक बिना जवाब दिए वहां से चले गए। यह वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है। जनसंवाद कार्यक्रम में आए ग्रामीण सुमेर ने मंच से माइक लेकर विधायक के सामने सवालों की झड़ी लगा दी।
सेम की समस्या को लेकर विधायक को घेरा
ग्रामीणों ने कहा कि पांच साल पहले जब वोट मांगने आएं थे, तब आपने वादा किया था कि भट्टू ब्लॉक में सेम की समस्या बहुत बड़ी है और वह जीतने के बाद इसका समाधान करेंगे। आज तक उन्होंने क्या किया? किसान ने विधायक के सामने सवाल उठाते हुए कहा कि आप तो कह रहे थे कि खेतों में पानी भरा ही नहीं, अगर पानी नहीं भरा तो मुआवजा कैसे आ गया। सेम की समस्या को लेकर 10 जनवरी को भट्टू उप तहसील कार्यालय के समक्ष बड़ा आंदोलन है। आप उस आंदोलन में भी भाग ले। बेरोजगारी के मुद्दे पर भी सवाल खड़े किए। यह बातें देखकर विधायक वहां से चले गए।
विधायक के पीए व एक समर्थक पर लगाया पैसे लेने का आरोप
विधायक पर उनके ही चालक सुभाष टोपी ने विधायक के पीए व एक अन्य समर्थक पर नौकरी की एवज में पैसे लेने के आरोप लगाए थे। इतना ही नहीं, बात बढ़ने के बाद चालक के परिजनों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर विधायक आवास के बाहर धरना भी दिया था। बाद में लोगों के बीच-बचाव में आने पर मामला निपटा दिया। पिछले दिनों अनाज मण्डी के धान कचरा के ठेकेदार संदीप बिसला पर मण्डी के व्यापारियों ने जबरन वसूली व रिवाल्वर दिखाकर धमकाने के आरोप लगाए थे। ठेकेदार विधायक का खासमखास माना जाता है। व्यापारियों ने इसकी शिकायत थाने में दी तो विधायक ने बीच-बचाव कर मामला सुलटा दिया था।