रोहतक। अरविंद के खिलाफ झज्जर थाने में हत्या का केस दर्ज है। रोहतक पीजीआई आने से पहले अरविंद दुलीना जेल में बंद था तथा बीमारी के चलते उसे उपचार के लिए रोहतक पीजीआई लाया गया था। जिसका पीजीआई में उपचार चल रहा था तथा उसे वार्ड में भर्ती किया गया था। रविवार की सुबह तीन से चार बजे के बीच विशेष वार्ड में भर्ती अरविंद सुरक्षा कर्मियों को चकमा देकर पीजीआई से फरार हो गया। जिसकी भनक लगते ही सुरक्षा कर्मियों सकते में आ गए तथा घटना की जानकारी आला अधिकारियों व पीजीआई प्रशासन को दी। हत्यारोपी के पीजीआई के वार्ड से फरार होने की सूचना से पुलिस में हड़कंच मच गया तथा उसकी तलाश में जुट गई। समाचार लिखे जाने तक पुलिस आरोपी को सुराग नहीं लगा पाई थी।
हाथ में बंधी है हथकड़ी
झज्जर पुलिस के इंस्पेक्टर बिजेंद्र मलिक ने बताया कि अरविंद के खिलाफ झज्जर थाने में हत्या का केस दर्ज है तथा अभी केस अभी अदालत में विचाराधीन है। जिसे दुलीना जेल में रखा गया था। पिछले कुछ दिन से अरविंद की तबीयत ठीक नहीं थी तथा इलाज के लिए उसे पीजीआई लाया गया था। जहांच जांच के बाद डॉक्टरों ने उसे विशेष वार्ड में भर्ती किया था। रविवार की सुबह विशेष वार्ड में तैनात सुरक्षा कर्मियों को चकमा देकर अरविंद सुबह तीन से चार बजे के बीच पीजीआई से फरार हो गया। अरविंद अपने हाथ में बंधी हथकड़ी के साथ ही फरार हुआ है। पुलिस की टीमें जिसकी तलाश में संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं, परंतु फिलहाल सफलता नहीं मिल पाई है।
बड़ा सवाल : बीमार था या रची थी साजिश
उपचार के लिए पीजीआई आया हत्यारोपी अरविंद वास्तव में बीमार था या फिर साजिश के तहत भर्ती हुआ था, ताकि मौका मिलते ही फरार हो जाए। रविवार अल सुबह हाथ में हथकड़ी के साथ विशेष वार्ड से अरविंद के फरार होने के बाद यह सवाल उठना स्वभाविक हैं। अरविंद साजिश के तहत पीजीआई आया था तो उसके साथ इस साजिश में और कौन कौन शामिल हैं। यह तो अरविंद के पुलिस गिरफ्त में आने के बाद ही पता चल पाएगा।