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हरियाणा की सोनीपत लोकसभा सीट को लेकर नेताओं ने जोड़तोड़ शुरू कर दिया। कांग्रेस व भाजपा 10 मार्च के बाद अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर देगी, जिससे चुनावों को नई दिशा मिलेगी।

दीपक वर्मा, Sonipat : लोकसभा चुनाव सिर पर हैं और नेतागण अभी तक गुणा-भाग में लगे हुए हैं। आए दिन समीकरणों का संतुलन साधते हुए हर कोई अपने लिए मैदान तैयार कर रहा है। आलम ये है कि जिले के सभी नेता जो टिकट की लाइन में हैं, चाहे पार्टी कांग्रेस हो या फिर भाजपा, सभी चंडीगढ़ और दिल्ली की दौड़ लगा रहे हैं। दिन बाद में निकलता है, उससे पहले गाड़ी स्टार्ट हो जाती है। दौड़ भाग के बीच कब शाम हो जाती है, ना नेताओं को पता चल रहा और ना ही उनके समर्थकों को। इसी बीच अफवाहों और चर्चाओं का बाजार भी पूरा गर्म हो रहा है। कभी किसी नेता की पार्टी बदलने की अफवाह उड़ती है तो कभी किसी नेता के टिकट मिलने की।

10 मार्च के बाद भाजपा व कांग्रेस मैदान में उतार सकती है उम्मीदवार

सूत्रों का मानना है कि 10 मार्च को दूसरी सूची जारी कर भाजपा सोनीपत से अपना प्रत्याशी तय कर सकती है, वहीं कांग्रेस भी 10 या 11 तक अपना प्रत्याशी मैदान में उतार देंगी। क्योंकि आचार संहिता भी 11-12 मार्च तक लगने का अनुमान है। ऐसे में चुनाव के लिए प्रत्याशियों को लगभग एक महीने का समय मिल जाएगा। इसी वजह से आचार संहिता से पहले ही प्रत्याशियों के नाम फाइनल होना तय है। ऐसे माहौल में राजनीतिक रोटियां सेंकने वाले लोगों का तो और भी बुरा हाल है। दिन में इतनी बार आस्था बदलनी पड़ रही है कि इनकी जगह कोई आम आदमी हो तो अपना धर्म परिवर्तन करवा ले।

जातिगत समीकरणों की चर्चा ज्यादा

लोकसभा चुनावों में सोनीपत सीट पर कांग्रेस और भाजपा दोनों के बीच ही सीधी टक्कर होगी। अन्य कोई भी दल या नेता इस सीट पर ज्यादा प्रभाव नहीं डाल पाएगा। इसी वजह से सोनीपत लोकसभा सीट को लेकर दोनों ही पार्टियां जातिगत समीकरणों को ज्यादा तवज्जो दे रही है। भाजपा की ओर से रमेश कौशिक दो बार के सांसद हैं। इस बार अगर किसी कारणवश रमेश कौशिक की टिकट कटती है तो ब्राह्मण जाति से आने वाले मोहन लाल बड़ौली, योगेश्वर दत्त व राजकुमार शामड़ी लोकसभा चुनाव लड़ने के इच्छुक हैं। वहीं अन्य बिरादरी से पूर्व जिलाध्यक्ष तीर्थ राणा, आजाद नेहरा, राजीव जैन, बाबा अमित बिंदल भी चुनाव के लिए ताल ठोंक रहे हैं।

कांग्रेस खेल सकती है भाजपा वाला दांव

लोकसभा चुनावों के लिए यूं तो कांग्रेस के 79 नेताओं ने अपना नाम हाईकमान के पास भेजा है। लेकिन पार्टी की रणनीति की बात करें तो शायद कांग्रेस भी भाजपा का ही दांव खेलने वाली है। अभी तक जो आसार नजर आ रहे हैं, उससे उम्मीद है कि कांग्रेस भी इस बार नॉन जाट कैंडिडेट पर दांव खेल सकती है। हालांकि जाट नेताओं में कांग्रेस के पास खुद भूपेंद्र सिंह हुड्डा, पूर्व विधायक पदम सिंह दहिया, टीकाराम एजुकेशन सोसायटी के प्रधान सुरेंद्र सिंह दहिया, डॉ. राजेंद्र सिंह टोंक जैसे नेता लोकसभा चुनाव लड़ने में सक्षम हैं। वहीं नॉन जाट कैंडिडेट में पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा के बाद अब हरियाणवी गायक मासूम शर्मा का नाम लिया जा रहा है। इनके अलावा सोनीपत विधायक सुरेंद्र पंवार का भी नाम लोकसभा प्रत्याशी के तौर पर लिया जा रहा है।

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