हरियाणा: आखिरकार सूबे में बढ़ती धुंध व कोहरे ने अब आम जनजीवन को बुरी तरह से प्रभावित करना शुरू कर दिया है। आधा दर्जन जिलों में कोहरे, धुंध, प्रदूषण की समस्या से हर कोई परेशान नजर आ रहा है। सरकार ने एनसीआर क्षेत्र में आने वाले 14 शहरों में 15 नवंबर से क्रेशर-माइनिंग पर पूरी तरह से रोक लगा दी है। प्रदेश के 12 जिलों में कोहरा छाने से आम जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। सिरसा, फतेहाबाद और हिसार में विजिबिलिटी 50 मीटर से कम है। कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, सोनीपत, पानीपत, जींद, रेवाड़ी, झज्जर, रोहतक, चरखी-दादरी, फरीदाबाद और गुरुग्राम में विजिबिलिटी 50-100 मीटर तक है।

प्रदेश में ऑरेंज-यलो अलर्ट

मौसम विभाग की ओर से 16 नवंबर तक हरियाणा में कोहरे का ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी कर दिया है। जिन तीन जिलों में घना कोहरा रहेगा, उनमें सिरसा, फतेहाबाद और हिसार शामिल हैं। जिन 9 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया है, उनकी बात करें तो कुरुक्षेत्र, कैथल, करनाल, सोनीपत, पानीपत, जींद, चरखी-दादरी और गुरुग्राम रेवाड़ी, झज्जर, रोहतक, फरीदाबाद हैं। चिंता की बात यहां पर यह है कि प्रदेश के 11 शहरों का अधिकतम वायु गुणवत्ता सूचकांक 400 के पार पहुंच गया है। जींद का एक्यूआई 500 पहुंच चुका है। इसे सरल शब्दों में समझा जाए तो यहां सांस लेने वाला व्यक्ति एक दिन में 20-25 सिगरेट पीने के बराबर धुआं अंदर ले रहा है।

शिक्षा मंत्री के निर्देश, उपायुक्त अपने जिलों में करें व्यवस्था

हरियाणा के शिक्षा मंत्री महिपाल ढांडा ने बढ़ती धुंध-प्रदूषण के चलते स्कूल बंद करने के मामले पर कहा कि जिलों के उपायुक्त फैसला ले सकते हैं, लेकिन प्रदेश के किसी भी जिले में फिलहाल प्राइमरी स्कूल बंद नहीं किए गए हैं। केंद्रीय वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने बढ़ते धुंध-प्रदूषण के चलते दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण कम करने के लिए ग्रेडेड रिस्पांस सिस्टम -3 प्रतिबंध लागू किया है। एनसीआर में प्रदेश के 14 शहर हैं, जिनमें 15 नवंबर की सुबह 8 बजे से क्रेशर-माइनिंग पर रोक लगाई हुई है। 5वीं कक्षा तक के स्कूल बंद करने का फैसला सरकार पर छोड़ा है। इन 14 शहरों में गुरुग्राम, फरीदाबाद, करनाल, सोनीपत, पानीपत, रेवाड़ी, नूंह, झज्जर, रोहतक, भिवानी, पलवल, चरखी दादरी, जींद, और महेंद्रगढ़ शामिल हैं।

GRAP के विभिन्न चरण

दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए GRAP के तहत कुछ पाबंदियां लगाई जाती हैं। AQI के 200 से ऊपर जाने पर GRAP का पहला चरण लागू किया जाता है, लेकिन यदि AQI 300 पार कर जाए तो दूसरा चरण लागू किया जाता है। जबकि AQI का स्तर 400 पार करने पर GRAP 3 को लागू किया जाता है। हरियाणा में 17 नवंबर तक मौसम परिवर्तनशील, लेकिन शुष्क रहने का अनुमान है। जबकि 15 व 16 नवंबर को पूर्व की ओर से हवाएं चलने के कारण बीच-बीच में आंशिक बादल और धुंध छा सकती है। 17 नवंबर से उत्तर और उत्तर-पश्चिमी हवाओं के कारण दिन का तापमान सामान्य के आसपास और रात के तापमान में मामूली गिरावट की संभावना है।