Narnaul: सोमवार सायं करीब चार बजे आई तूफानी बरसात से शहर के रेलवे रोड पर भारी तबाही का मंजर देखने को मिला। तूफान व बरसात के दौरान जहां सूर्यदेव प्रचंड किरणों के साथ आग उगल रहे थे, वहीं उसी धूप के दौरान बरसात भी हो रही थी। तूफानी बरसात हालांकि थोड़ी देर ही 10-15 मिनट के लिए आई, लेकिन इसके केंद्र में रेलवे रोड रहा और वहां जमकर तबाही मचाई। इससे अनेक प्राचीन भारी पेड़ गिर गए, वहीं लोगों के टीनशेड उड़ गए। बिजली की लाइनें एवं पोल टूट गए, वहीं होर्डिंग भी गिर गए। ब्यॉज कॉलेज गेट के सामने खड़ा नीम का भारी एवं प्राचीन पेड़ अचानक से चलते ट्राले पर गिर गया। हालांकि कोई हताहत नहीं हुआ, लेकिन इससे ट्रैफिक जाम हो गया। फोटोस्टेट की दुकानों में बरसात का पानी घुस गया तथा उनकी मशीनें, कंप्यूटर, प्रिंटर एवं स्टेशनरी आदि खराब हो गए।
धूप के साथ ही आंधी व जोरदार बरसात
गर्मी में अब तक मौसम को खुशगवार बना देने वाली अच्छी बरसात बेशक नहीं हुई है, लेकिन सोमवार को सायं करीब चार बजे जब तेज धूप गिर रही थी, तब अचानक तूफान के साथ जोरदार बरसात शुरू हो गई। आसमान में उस वक्त घने काले बादल तो दूर, बरसात दूर-दूर तक दिखाई नहीं दे रही थी, लेकिन अचानक जोरदार तूफानी बरसात शुरू हो गई। इस तूफान में इलाके में पेड़, बिजली के पोल एवं ट्रांसफार्मर आदि गिर गए तथा बिजली गुल हो गई। इस तूफान ने सबसे ज्यादा तबाही रेलवे रोड पर मचाई। पुराने रेलवे स्टेशन रोड पर बसी प्रवासी लोगों की कॉलोनी में नीम का एक भारी पेड़ संतोष पत्नी अशोक के मकान पर गिर गया। हालांकि मकान मालिक दंपत्ति इन दिनों अपने घर महाराष्ट्र जाने के चलते वह बंद था, जिस कारण किसी जान की हानि नहीं हुई, लेकिन मकान को नुकसान हो गया।
तूफान में स्ट्रीट लाइट का पोल झूका
रेलवे रोड पर स्ट्रीट लाइट का पोल तूफान का सामना नहीं कर पाया और झूक कर सड़क पर गिर गया। सबसे विचित्र स्थिति तब बन गई, जब एक चलते ट्राले पर कॉलेज गेट के सामने खड़ा नीम का भारी पेड़ ट्राले पर जा गिरा। इससे चालक-परिचालक बाल-बाल बच गए और उन्होंने ट्राले को वहीं रोक दिया। कॉलेज गेट के सामने ही दूसरी तरफ खड़ा पेड़ भी इस तूफान में गिर गया। इस कॉलेज की दीवार के साथ बना बिजली शिकायत केंद्र प्रांगण में खड़ा पेड़ भी गिर गया। एक पेड़ थोड़ा आगे गिरा, जो कॉलेज दीवार के साथ खड़ी बैलेनो गाड़ी पर जा गिरा। इससे गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई। इस तूफानी बरसात के कारण बिजली भी गुल हो गई। हालांकि बरसात बमुश्किल 10-15 मिनट ही आई, लेकिन भारी तबाही मचा गई। पीड़ित लोगों ने प्रशासन व सरकार से आर्थिक सहायता की मांग की।