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Weather Update: हरियाणा में एक बार फिर से मौसम का मिजाज बदलने वाला है। आईएमडी ने अलर्ट जारी किया है कि हरियाणा और पंजाब समेत आसपास के राज्यों में तेज आंधी के साथ बारिश की संभावना है। इस खबर से किसानों की चिंता बढ़ना लाजमी है।

Weather Update today: हरियाणा में एक बार फिर से मौसम का मिजाज बदलने वाला है। इसकी जानकारी मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट में दी है। आईएमडी की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक हरियाणा में कल यानी शुक्रवार को प्रदेश के 16 जिलों में गरज के साथ बारिश होने की संभावना है। इस दौरान ओलावृष्टि के साथ आंधी और बिजली गिर सकती है।

मौसम विभाग के मुताबिक 26 अप्रैल को चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, मेवात, पलवल, फरीदाबाद, सिरसा, फतेहाबाद, हिसार और जींद में बारिश होगी तो वहीं 27 अप्रैल को चंडीगढ़, पंचकूला, अंबाला, सिरसा, हिसार में यलो अलर्ट, यमुनानगर, कुरुक्षेत्र, कैथल, जींद और फतेहाबाद में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।

पश्चिमी विक्षोभ का दिखेगा असर 
मौसम विभाग विशेषज्ञों ने बताया है कि चार पश्चिमी विक्षोभ एक्टिव हो चुके हैं। इनका आंशिक असर हरियाणा में भी हो रहा है। मौसम में यह बदलाव अप्रैल के लास्ट तक रहने वाला है। इस दौरान बीच-बीच में हल्के बादल आने की संभावना है। दिन के अधिकतम तापमान में हल्की बढ़ोतरी रहेगी, लेकिन रात के न्यूनतम तापमान में हल्की गिरावट होने के आसार हैं। बताया जा रहा है कि अप्रैल के बाद मौसम में बदलाव दिखाई देंगे। इस दौरान सूबे में तपिश बढ़ेगी, दिन का पारा 40 डिग्री के पार रहने की संभावना है।

किसानों की चिंता बढ़ी
प्रदेश में बारिश के अलर्ट को लेकर एक बार फिर किसानों की परेशानी बढ़ गई है। दरअसल, मंडियों में गेहूं के धीमे उठान हो रहा है। प्रदेश में करीब 60% गेहूं की फसल मंडियों में पहुंच चुकी है। 21 अप्रैल तक मंडियों में करीब 46.54 लाख टन गेहूं पहुंच चुका है, लेकिन 40 लाख टन ही गेहूं की खरीद हुई है। लेकिन अभी तक गेहूं की फसल में सिर्फ 2.70 लाख मीट्रिक टन ही फसल का उठान हुआ है। कुल मिलाकर सिर्फ 36% ही फसल का उठान हो पाया है, बाकी गेहूं मंडियों में खुला पड़ा हुआ है। ऐसे में किसानों की चिंता बढ़ना लाजमी है।

पिछली बारिश में किसानों का कितना नुकसान
बता दें कि हरियाणा की मंडी में तीन लाख 65 हजार 075 क्विंटल गेहूं मंडियों में बिका नहीं है। बिना उठान के कट्टों में भी लाखों क्विंटल गेहूं मंडियों में है।19 अप्रैल को हुई बारिश के चलते पानीपत के समालखा ढाई लाख क्विंटल गेहूं भीग गया। वहीं, कैथल के पूंडरी में लगभग एक लाख बैग गेहूं पड़ा है। खेतों में खड़ी फसल होगी खराब गेहूं कटाई का कार्य रफ्तार पर चल रहा है। एक अनुमान के अनुसार अभी भी करीब 40 प्रतिशत गेहूं की फसल खेतों में खड़ी है। किसानों का कहना है कि ओलावृष्टि से कई इलाकों में खड़ी फसल धरती में बिछ गई। ऐसे में एक बार फिर से किसानों की चिंता बढ़ गई है।

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