योगेंद्र शर्मा, चंडीगढ़: हाई प्रोफाइल लोगों के फर्जी प्रोफाइल बनाकर साइबर ठगी (Cyber Fraud) का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है। अब मेवात नूंह का एक युवक बिहार छपरा पुलिस ने गिरफ्तार किया है, जिससे टीम ने काफी अहम जानकारी जुटाई है। अहम बात यह है कि हरियाणा, राजस्थान व कई प्रदेशों की पुलिस विशेष अभियान चलाकर इन साइबर ठगों को गिरफ्तार करती हैं, लेकिन इन पर पूरी तरह से अंकुश नहीं लगाया जा सका। हरियाणा पुलिस और साइबर अपराधों से निपटने वाले विशेषज्ञ बार-बार लोगों को सतर्क रहने की अपील कर रहे हैं। बावजूद इसके आम आदमी ही नहीं, प्रशासनिक अधिकारी भी साइबर ठगी का शिकार हो रहे है।
मेवात से पकड़ा आरोपी
छपरा बिहार पुलिस द्वारा गिरफ्तार अपराधी जाकिर ने पुलिस पूछताछ में कई बड़े खुलासे किए है, जो मेवात जिले के मुहू का रहने वाला है। पुलिस ने मोबाइल भी जब्त किए, जिससे फर्जी प्रोफाइल बनाई जा रही थी। साइबर डीएसपी ने बताया कि मेवात से इस तरह की ठगी का धंधा काफी जोर-जोर से चल रहा है और वहां कई गिरोह सक्रिय है। जो बड़े लोगों का फर्जी प्रोफाइल बनाकर उनके संपर्क में रहने वाले लोगों से ठगी का काम करते हैं। बिहार पुलिस को एक बड़े साइबर अपराधी को गिरफ्तार करने के साथ ही यह साबित हो गया कि मेवात क्षेत में साइबर अपराध लगातार पैर पसार रहा है।
कई बड़े विवाद भी मेवात में हुए
साइबर अपराध का अड्डा बन चुके मेवात क्षेत्र में पुलिस कार्रवाई के दौरान कई बार बवाल भी हो चुका है। राजस्थान पुलिस तो विशेष टीम बनाकर मेवात क्षेत्र में सर्च अभियान चला चुकी है। इतना नहीं, मेवात क्षेत्र के लिए उन्होंने खास तौर पर ऑपरेशन एंटीवायरस की मुहिम शुरू की थी। दरअसल राजस्थान में भी जामताड़ा मेवात की तरह से साइबर क्राइम का अड्डा बन गया था। राजस्थान (Rajasthan) पुलिस की खास मुहिम ने 1000 से ज्यादा साइबर क्राइम करने वालों को गिरफ्तार किया था। खास बात यह है कि हरियाणा के मेवात राजस्थान के जामताड़ा जैसे कई इलाकों के युवा साइबर क्राइम केवल लग्जरी लाइफ जीने की इच्छा से करते हैं।
राजस्थान का जामताड़ा के नाम से विख्यात था क्षेत्र
मेवात क्षेत्र को साइबर ठगों का अड्डा माना जाता है। कुछ लोग इसे राजस्थान का जामताड़ा भी कहते हैं। साइबर ठगी के इस काले कारनामे को अंजाम देने में सिर्फ स्थानीय युवक ही नहीं, बल्कि बुजुर्ग तक शामिल हैं, जो साइबर ठगी की वारदात को अंजाम देते हैं। ऐसे में मेवात क्षेत्र पर साइबर क्राइम पुलिस का विशेष फोकस देखने को मिलता है, क्योंकि इसी क्षेत्र से अधिकांश आरोपी पकड़े जाते हैं।