पानीपत: गांव पुठर में प्लाट को लेकर दो पक्षों के बीच हुए विवाद में जमकर लाठियां चली। इस झगड़े में एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया, जिसका निजी अस्पताल में उपचार चल रहा था। उपचार के दौरान घायल ने जहरीला पदार्थ निगलकर अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। सूचना पाकर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और मृतक के पुत्र की शिकायत पर आठ लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरू की। पुलिस मामले में आरोपियों की तलाश कर रही है।
पड़ोसी ने प्लाट पर कर रखा था अवैध कब्जा
गांव पुठर निवासी रोहित ने बताया कि गांव में उनका एक खाली प्लाट है, जिस पर पड़ोसी अवैध कब्जा करना चाहते हैं। इस मामले में उसके पिता ने पिछले दिनों थाना इसराना में एक रिपोर्ट दर्ज कराई थी, जिससे पड़ोसी खफा हो गए। गत दिवस पड़ोसियों ने अवैध कब्जा करने की कोशिश की। तभी माता बबीता देवी का फोन आया और उसे बताया कि तेरे पिता झगड़े में लहूलुहान होकर गली में पड़े हैं। वहीं, बबीता ने अपने पति को उठाकर इसराना के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां उनका इलाज चल रहा था। तभी घायल जगबीर सिंह ने कोई जहरीला पदार्थ खा लिया, जिसके कारण निजी अस्पताल में ही उसने दम तोड़ दिया।
मरने से पहले लिखा सुसाइड नोट
रोहित ने बताया कि पिता ने पहले ही एक कागज पर लिखकर रखा था कि अगर मुझे कुछ हो जाता है तो मेरी मौत के जिम्मेदार शमशेर, उसकी पत्नी प्रमिला, उसका पुत्र पंकज, प्रदीप व नीरू पुत्र तेजन, सुमित व धर्मेंद्र पुत्र सुरेंद्र सिंह, रोहतास पुत्र रामदिया होंगे। सूचना पाकर थाना इसराना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू की। मृतक के बेटे रोहित ने जगबीर द्वारा लिखे गये पत्र के बयान के आधार पर पुलिस को शिकायत दी, जिसके बाद शव को पोस्टमॉर्टम के लिए पानीपत सिविल अस्पताल में भेजा गया। पुलिस मामले में आरोपियों की तलाश कर रही है।