सोनीपत: नागरिक अस्पताल में डिजिटल एक्स रे मशीन के खराब होने का सिलसिला बंद नहीं हो रहा। शनिवार को फिर से मशीन खराब हो गई, जिसके कारण मरीजों को निराशा का सामना करना पड़ा। गत सप्ताह पहले ही प्रबंधन की तरफ से मशीन को ठीक करवाया गया था। वहीं अस्पताल प्रशासन की ओर से मशीन को ठीक कराने के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है, जिसकी वजह से मशीन बार-बार बंद हो रही है। 50 से ज्यादा मरीजों के एक्स रे नहीं हो सके, जिसके चलते मरीज निराश होकर वापस लौट गए। वहीं, दो माह से लॉन्ड्री मशीन भी खराब पड़ी है, जिसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहा।
मशीन खराब होने का लगाया नोटिस
बता दें कि नागरिक अस्पताल में रोजाना 80 से 100 मरीजों के एक्स-रे होते है। 2007 में लगाई गई एक्स-रे मशीन काफी पुरानी हो चुकी है। जो बार-बार खराब हो रही है। अस्पताल में एक्स रे न होने के कारण मरीजों का इलाज भी प्रभावित हो रहा है, जिससे मरीजों को बाहर पैसे देकर एक्स-रे करवाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। डिजिटल एक्स-रे मशीन की वारंटी तक खत्म हो चुकी है। इसके बावजूद नई मशीन नहीं मंगवाई जा रही। अस्पताल प्रशासन की लापरवाही का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ रहा है। प्रबंधन की तरफ से एक्सरे विभाग के गेट पर मशीन खराब होने का नोटिस चस्पाया गया है।
करीब दो साल से बंद पड़ा अल्ट्रासाउंड केंद्र
नागरिक अस्पताल में स्थापित मशीन काफी पुरानी हो चुकी है। जिसके चलते वह बार-बार जवाब दे रही है। अस्पताल के लैब की मशीन हो या एक्स-रे विभाग की मशीनें। लगभग सभी मशीन सालो-साल पुरानी है। वहीं करीब दो साल से अस्पताल में रेडियो लाजिस्ट के न होने के चलते अल्ट्रासाउंड मशीन बंद पड़ी है। जिसके चलते गर्भवती महिलाओं सहित अन्य अल्ट्रासाउंड करवाने वाले मरीजों को परेशानी के साथ-साथ आर्थिक हानि का सामना करने पर मजबूर होना पड़ रहा है।
दो माह से लॉन्ड्री मशीन पड़ी खराब
अस्पताल में कपड़ों को धोने के लिए मशीन स्थापित की हुई है, ताकि समय पर मरीजों के लिए बेड व अन्य जगहों पर इस्तेमाल होने वाले कपड़ों की धुलाई हो सके, लेकिन अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही के चलते दो माह से कपड़े धोने की मशीन खराब पड़ी है। अस्पताल में तैनात धोबी कर्मचारियों को हाथों से कपड़ों की धुलाई करनी पड़ रही है। साथ ही कर्मचारियों को चादरों व बैड सीट को सुखाने के लिए भी दिक्कत हो रही है।
कंपनी से किया जा रहा पत्राचार
नागरिक अस्पताल के कार्यकारी प्रधान चिकित्सक अधिकारी डॉ. गिन्नी लांबा ने बताया कि अस्पताल में स्थापित मशीन काफी पुरानी हो चुकी है। प्रबंधन की तरफ से मशीन को ठीक करवाने के लिए संबंधित कंपनी से पत्राचार कर दिया है। बार-बार तकनीकी खराबी की जांच की जा रही है। जल्द से जल्द मशीन को ठीक करवाकर मरीजों को सुविधा देने के प्रयास किए जाएंगे। प्रबंधन की तरफ से हर संभव कदम उठाए जा रहे है।