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हरियाणा के सोनीपत में रिठाला-नरेला-कुंडली कॉरिडोर को मंजूरी मिलने के बाद इस कॉरिडोर को अब दिल्ली मेट्रो ने भी अपने नेटवर्क मैप में शामिल कर लिया है। 6 हजार 230 करोड़ रुपए खर्च कर लाइन को तैयार किया जाएगा।

सोनीपत: केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में रिठाला-नरेला-कुंडली कॉरिडोर को मंजूरी मिलने के बाद अब यह प्रोजेक्ट सामने दिखाई देने लगा है। 6 हजार 230 करोड़ रुपए खर्च कर तैयार किए जाने वाले इस कॉरिडोर को अब दिल्ली मैट्रो (Delhi Metro) ने भी अपने नेटवर्क मैप में शामिल कर लिया है। मेट्रो ने हाल ही में नेटवर्क मैप को अपडेट किया है, जिसके बाद कुंडली और नाथूपुर को भी इसमें शामिल किया गया है। इन दोनों स्थानों को मेट्रो के नए स्टेशन के तौर पर नेटवर्क मैप में दर्शाया गया है।

कैबिनेट की बैठक में मिली थी मंजूरी

बता दें कि 12 दिसंबर को मोदी सरकार ने कैबिनेट बैठक में रिठाला से कुंडली तक मेट्रो लाइन बिछाने को मंजूरी देते हुए 6 हजार 230 करोड़ रुपए का बजट निर्धारित किया था। इसके बाद सोनीपत की सालों पुरानी मेट्रो की मांग को पूरा होने का रास्ता मिल गया था। बैठक में इस नई लाइन को रिठाला-नरेला-कुंडली कॉरिडोर का नाम दिया गया था। अब इस कॉरिडोर पर दिल्ली मेट्रो ने भी काम शुरू कर दिया है। मेट्रो के निर्माण से जिला वासियों को बड़ी राहत मिलेगी और दिल्ली आवागमन बेहद आसान हो सकेगा। जिले में मेट्रो आने पर यहां से दिल्ली में नौकरी करने जाने वाले लोगों को फायदा होगा तो दिल्ली से सटे कुंडली व राई औद्योगिक क्षेत्र (Industrial Area) में रोजाना नौकरी करने आने वाले लोगों को भी बड़ा फायदा होगा।

12 सालों से कागजों में उलझा हुआ था प्रोजेक्ट

रिठाला-नरेला-कुंडली कॉरिडोर तकरीबन 12 सालों से कागजों में ही उलझा हुआ था। पहले तो जून में वित्त मंत्रालय (Ministry of Finance) के पब्लिक इंवेस्टमेंट बोर्ड ने मंजूरी दी थी। उस समय दिल्ली मेट्रो के फेज-4 के तहत छठे कॉरिडोर के लिए दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने 1000 करोड़ रुपए की ग्रांट मंजूर की थी। इसके बाद 12 दिसंबर को केंद्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में रिठाला-नरेला-कुंडली कॉरिडोर पर मुहर लगाते हुए 6230 करोड़ रुपए का बजट पास किया था।

26 किलोमीटर की लंबाई, 2030 डेडलाइन

इस कॉरिडोर के निर्माण के लिए 2030 की डेडलाइन दी गई है। प्रोजेक्ट पर धरातल पर काम शुरू होने में थोड़ा समय लगेगा। बताया गया है कि अगले साल के अंत तक धरातल पर काम शुरू हो जाएगा। जिसके तहत 26.463 किलोमीटर लंबे कॉरिडोर में 21 एलिवेटेड ट्रैक बनाए जाएंगे। 2030 से पहले कुंडली-नात्थूपुर तक मैट्रो सेवाएं हर हाल में शुरु करनी होंगी। बता दें कि मेट्रो का विस्तार होने से यह दिल्ली के मध्य से हरियाणा और उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाला पहला कॉरिडोर होगा। गुरुग्राम, फरीदाबाद (Faridabad) व बहादुरगढ़ के बाद प्रदेश में मेट्रो का चौथा विस्तार किया जाएगा।

रोहिणी सैक्टर-25 से लेकर कुंडली होंगे 21 स्टेशन

नेटवर्क मैप में अपडेट के बाद इस रूट पर कुल 21 स्टेशन हो गए हैं। जिसमें रोहिणी सेक्टर-25, रोहिणी सेक्टर-26, रोहिणी सेक्टर-31, रोहिणी सेक्टर-32, रोहिणी सेक्टर-36, बरवाला, रोहिणी सेक्टर-35, रोहिणी सेक्टर-34, बवाना औद्योगिक क्षेत्र सेक्टर 3-4, बवाना औद्योगिक क्षेत्र सेक्टर 1-2, बवाना जेजे कॉलोनी, सनौठ, न्यू सनौठ, डिपो स्टेशन, भोरगढ़ गांव, अनाज मंडी नरेला, नरेला डीडीए स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, नरेला, नरेला सेक्टर-5, कुंडली और नाथपुर शामिल किए गए हैं।

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