Jharkhand Election 2024 : झारखंड विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 12 जिलों की 38 सीटों पर मतदान है। बुधवार सुबह 7 बजे से 14, 218 बूथों पर वोटिंग शुरू होगी। मतदाता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और पूर्व सीएम बाबूलाल मारंडी सहित 528 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला होगा। हालांकि, फाइनल नतीजे 23 नवंबर को आएंगे। 

पहले चरण में 66.65 फीसदी मतदान
झारखंड में विधानसभा की कुल 81 सीटें हैं। 43 सीटों में 13 नवंबर को पहले चरण का मतदान हो चुका है। इनमें औसत 66.65 फीसदी मतदान हुआ। 20 नवंबर को जिन 38 सीटों में वोटिंग होनी है। उनमें सर्वाधिक छह-छह सीटें धनबाद और गिरिडीह जिले में हैं। हजारीबाग और रामगढ़ जिले की एक-एक सीट पर मतदान होगा।  

10 में त्रिकोणीय, 28 सीटों में सीधा मुकाबला 
झारखंड में दूसरे चरण वाली 38 में से 28 सीटों पर NDA और इंडिया गठबंधन के बीच सीधा मुकाबला है। जबकि, 10 सीटें ऐसी भी हैं, जहां तीसरी ताकत मजबूत है। कुछ जगह निर्दलीय उम्मीदवार भी मजबूती से चुनाव लड़ रहे हैं। 

बीजेपी-कांग्रेस सहित इन पार्टियों के प्रत्याशी 
झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 में भाजपा, कांग्रेस, जेएमएम और आजसू सहित चार प्रमुख पार्टियों ने प्रत्याशी उतारे हैं। भाजपा आजसू के साथ और कांग्रेस जेएमएम, राजद और माले के साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। 

CM सोरेन सहित दांव पर इन दिग्गजों की साख 
झारखंड के दूसरे चरण में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, उनकी पत्नी कल्पना सोरेन और बाबूलाल मरांडी सहित कई दिग्गजों की साख दांव पर है। इसके अलावा स्टीफन मरांडी, लुईस मरांडी, बसंत सोरेन, सीता सोरेन, लोबिन हेम्ब्रम, हेमलाल मुर्मू, रबिन्द्रनाथ महतो, बादल, हफीजुल हसन, प्रदीप यादव, रणधीर सिंह, दीपिका पांडेय सिंह, अमर बाउरी, पूर्णिमा सिंह और सुदेश महतो के लिए 20 नवंबर को ही मतदान है। 

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झारखंड की इन सीटों पर सबकी नजर 
झारखंड की जिन सीटों पर 20 को वोटिंग है। उनमें से बरहेट, गांडेय, जामताड़ा, दुमका, धनवार, सिल्ली, झरिया, महेशपुर, जामा और पोड़ैयाहाट सीट में सबकी नजर है। यहां से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूर्व सीएम बाबूलाल मरांडी, आजसू प्रमुख सुदेश महतो, पूर्व डिप्टी सीएम स्टीफन मरांडी और पूर्व डीएसपी नवनीत हेम्ब्रम सहित उनके परिवार के लोग चुनाव लड़ रहे हैं। झरिया में चर्चित सिंह मेंशन की दोनों बहुएं आमने सामने हैं।  

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झारखंड का राजनीतिक इतिहास 

  • झारखंड 24 साल पहले तक बिहार का हिस्सा था। 2000 में केंद्र की अटल सरकार ने झारखंड, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ सहित 3 नए राज्य बनाए थे। 24 साल में यहां चार चुनाव हो चुके हैं। 2024 में 5वीं बार विधानसभा के लिए वोटिंग हो रही है।  
  • झारखंड को पिछले 24 साल में 13 मुख्यमंत्री मिले।  एक बार निर्दलीय विधायक भी सीएम बना। तीन बार राष्ट्रपति शासन भी लगा। 
  • 81 सीटों वाली झारखंड विधानसभा में बहुमत के लिए जरूरी 41 सीटें चाहिए, लेकिन अब तक किसी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला। 
  • झारखंड 2005 के चुनाव में भाजपा 30 सीटें लेकर पहले नंबर पर थीं। जबकि, 2020 में जेएमएम सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी। उसे भी 30 सीटें ही मिली थीं। जेएमएम कांग्रेस और राजन ने मिलकर सरकार बनाया। 
  • 2005 के चुनाव में भाजपा ने 30, जेडीयू ने 6, जेएमएम ने 17 और कांग्रेस ने 7 सीटें जीती थी। भाजपा और जेडीयू ने मिलकर सरकार बनाई। अर्जुन मुंडा मुख्यमंत्री बने।
  • 2009 में भाजपा और जेएमएम को 18-18 सीटें मिलीं। जबकि, कांग्रेस को 14 सीटें मिली थीं। जेवीएम को 11, राजद और आजसू को 5-5 सीट मिली थीं। 
  • 2014 में भाजपा 37 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनी। जबकि जेएमएम ने 19, जेवीएम 8, कांग्रेस 6 और आजसू को 5 सीट मिली थीं। 
  • 2014 में  30 सीटों के साथ जेएमएम सबसे बड़ी पार्टी बनी। इस चुनाव में कांग्रेस 16 सीटों के साथ तीसरे और भाजपा 25 सीटों के साथ दूसरे नंबर पर रही। 3 सीट जेवीएम और 2 सीट आजसू को मिलीं।