Bhopal News: Bhopal News: मध्य प्रदेश में भीषण गर्मी में हिन्दू धर्म के लोग अपने आराध्य का विशेष ध्यान रखते हुए मंदिरों में आवश्यक संसाधन लगा रहे हैं। वहीं बेहाल हो रहे जंगली जानवर भी जलाशयों में अपना ठिकाना ढूंढ रहे हैं।

भगवान को गर्मी न लगे
नौतपा शुरू होते ही राजधानी में मंदिरों में भगवान को गर्मी न लगे, इसलिए कूलर, चंदन से लेप किया जा रहा है। पुराने शहर के लखेरापुरा श्रीजी मंदिर में प्रभु श्रीनाथजी को शीतलता प्रदान करने के लिए चंदन लगाना शुरू किया गया है। प्रभु के अंग पर चंदन और केसर का लेपन किया जाता है।

ठंडे पानी से स्नान
मंदिरों में हिन्दू धर्म के अपने प्रभु के लिए कपड़े के पंखे, मट्टी की कुंजा, दरवाजे पर खस की पट्टी एवं कूलर को रखे हैं। इसके अलावा प्रभु के भोग सामग्री में भी परिवर्तन आता है। अब से प्रभु को शीतलता प्रदान करने वाली खाद्य पदार्थ जैसे सत्तू, लस्सी छाछ, केरी का पना, आम का रस, खरबूजे का जूस, नारियल की बर्फी, चंदन एवं गुलाब का शरबत का भोग लगाया जा रहा है। इधर, गर्मी को देखते हुए श्रीजी मंदिर के अलावा माता मंदिर, टीटी नगर आदर्श नवदुर्गा मंदिर, मां पहाड़ा वाली मंदिर कोलार, जय भवानी मंदिर सोमवारा, श्री बड़‌वाले महादेव मंदिर कायस्थपुरा में भगवान को गर्मी से बचाव के लिए कूलर लगाए गए हैं। भगवान को ठंडे पानी से स्नान कराया जा रहा है। 

इन मंदिरों में विशेष इंतजाम
शहर के टीन शेड स्थित वैष्णोधाम आदर्श नवदुर्गा मंदिर में एसी लगाया गया है। मंदिर के व्यवस्थापक पं चंद्रशेखर तिवारी का कहना है कि गर्मी अधिक होने घर इसे शुरू करते हैं। तो वहीं माता रानी व खाटू श्याम बाबा को शीतल मोग लगाया जा रहा है। यही सहर के अन्य मंदिरों में भी ममतान को गर्मी से बचाने के लिए कही कूलर तो कहीं एसी व खस की पट्टी लगाई गई है।

प्रतिमा में भी प्राण आ जाते हैं
पुजारी पं रामजीचल दुबे वेले बताया कि मंदिर में मौसम के हिस्साच से व्यवस्था की जाती है। दर असल प्रण प्रतिष्ठा के बाद प्रतिमा में मी प्राण आ जाते हैं। इसलिए हर मौसम के प्रभाव को देखते हुए मंदिर में व्यवस्था की जाती है। मा चामुंडा दरबार में भी गर्मी को देखते हुए पंथा, कूलर की व्यवस्था की जा रही है।

हर मौसम के हिसाब से व्यवस्था
मंदिर में हर मौसम के हिसाब से व्यवस्था की जाती है। बड़‌वाले महादेव मंदिर में इन दिनों निर्माण काम चल रहा है। मंदिर समिति की ओर से सर्दी अधिक होने पर बाबा को सर्दी से बवाने के लिए विशेष पोषक पहनाई जाती है। तो वहीं बाबा को गर्मी से बचाने के लिए पंखा, कूलर की व्यवस्था की गई है। तो वहीं भगवान को सतू, आम पना, नीबू पानी सहित शीतल वस्तुओं के भोग लगाया जा रहा है।

जलाशय में बाघिन और उसके शावक
गर्मी के मौसम में मध्य प्रदेश के जंगलों की सफारी करने के लिए देश विदेश से पर्यटक पहुंच रहे हैं। पन्ना जिले के टाइगर रिज़र्व में बाघिन पी151 और उसके 4 शावक एक साथ जलाशय में आराम फरमाते दिखे। बाघों का एक रोमांचित करने वाला वीडियो वायरल हो रहा है। पर्यटकों ने बाघों के आपस में एक साथ की पोज की इन तस्वीरों को अपने कैमरों में कैद की।