भोपाल (कपिल देव श्रीवास्तव)। ढोल-ढमाकों और बैंड बाजे के साथ पुराने शहर की सड़कों व गलियों में भगवान श्रीराम की भव्य बारात लोगों के लिए आकर्षण रही। सुसज्जित बग्गी में विराजे भगवान श्रीराम के आगे-आगे सैकड़ों बाराती झूमते-नाचते चल रहे थे। बारात जहां से निकल रही थी वहां जय श्री राम... के जयकारों के साथ पुष्प की वर्षा हो रही थी।
मार्गशीर्ष मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि पर मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के विवाहोत्सव के अवसर पर लखेरापुरा स्थित श्रीराम जानकी मंदिर में श्री अयोध्यावासी वैश्य समाज द्वारा हर्षोल्लास के साथ श्री राम-जानकी विवाह का दो दिवसीय भव्य आयोजन का समापन शुक्रवार को हुआ।
राम बारात दोपहर 2 बजे श्रीराम जानकी मंदिर से शुरू होकर सोमवारा, जनकपुरी, जुमेराती लोहा बाजार, चौक सराफा होती हुई । शाम 7 बजे वापस मंदिर में पहुंची, जहां समधी मिलन में महाराजा दशरथ और बारातियों की अगवानी राजा जनक द्वारा की गई। इसके बाद वरमाला एवं परिणय सम्पन्न कराया गया।
चल समारोह में बारातियों के रूप में विशेष रूप से नारद जी, भगवान गणेश जी, शिवजी, ब्रहृाजी, राजा दशरथ जी, भरत, शत्रुघ्न के साथ विशेष सुसज्जित रथ में विश्वामित्र जी राम लक्ष्मण जी के साथ विराजमान हुए। पुरुष-महिलाएं भजन गाती हुई आगे-आगे चलीं। बारात में समाज की महिलाएं भगवा ध्वज थामें भगवान राम के जयकारे लगा रही थीं।
गूंजे मंगल गीत, 7 किमी के सफर में लगे 5 घंटे
विभिन्न समाजों के लोग बड़ी संख्या में बाराती बनकर चल रहे थे। एक तोप फूल भी बरसा रही थी। 15 से अधिक स्थानों पर स्वागत मंच बनाए गए थे। यहां से 20 क्विंटल से अधिक फूल बरसाए गए तो वहीं रास्ते में रथ रोककर किसी ने आरती तो किसी ने काला टीका लगाकर बलैय्या लेकर भगवान श्री राम की नजर उतारी। बारात सोमवारा, जुमेराती, मंगलवारा व चौक आदि स्थानों से होते करीब 7 किमी का सफर तय कर 5 घंटे में वापस मंदिर पहुंची। यहां पंडितों ने द्वारचार, फेरे, कन्या दान आदि की प्रतीकात्मक रूप से रस्म संपन्न कराई। महिलाओं ने मंगल गीत गाए।
आनंद नगर में भी राम विवाह उत्सव
आनंद नगर स्थित राम मंदिर में भी विवाह पंचमी पर भगवान राम का विवाह उत्सव मनाया गया।