भोपाल (आनंद सक्सेना): राजधानी में चल रहीं बीसीएलएल (BCLL) कंपनी की सिटी बसों में कैश कलेक्शन कंपनी ने घाटा बता कर काम बंद कर दिया था, जिससे 149 बसें पिछले 8 माह से डिपो में खड़ी हैं। नगर निगम की बीसीएलएल कंपनी ने नए सिरे से टेंडर जारी किए हैं, जो 30 दिसंबर को खुलेंगे। इसलिए उम्मीद है कि एक जनवरी से यह सिटी बसें शुरू हो सकती हैं।  

इन बसों को शुरू करने के लिए निगम ने अपनी कमीशन राशि कम करने के साथ ही पिछली बकाया राशि में कटौती की है। अभी तक बसों का संचालन करने वाले ऑपरेटर ने घाटे का तर्क देकर बसों का संचालन बंद कर दिया था। ऑपरेटर और कंपनी दोनों ही एक बस पर आ रहे इस खर्च से बच रहे थे। 368 में से अभी सिर्फ 80 सिटी बसें रोड पर चल रही हैं। शहर के 18 रूटों पर हीं यह बसें चल रही हैं। 7 रूट ऐसे हैं, जहां एक भी सिटी बस नहीं पहुंच रहीं। वहीं 11 रूट पर 1 या 2 बसें ही पहुंच रही हैं। इस कारण 50 हजार लोग ऑटो से सवारी करने को मजबूर हैं, वो भी डबल किराया देकर और उन 8 सीटर आटो में जिसमें 12 लोगों को बैठाया जा रहा है। वहीं टू सीटर में चार सवारी, वो भी डबल किराए में बैठाई जा रही हैं।

बीसीएलएल डायरेक्टर मनोज राठौर के अनुसार, इस समय सिटी बस संचालन व्यवस्था वास्तव में काफी गड़बड़ा गई है, इसलिए नए सिरे से टेंडर जारी किए गए हैं, जो 30 दिसंबर को खोले जाएंगे। उम्मीद है कि 1 जनवरी 2025 से पूरे शहर में सिटी बसें चलने लगेंगीं। 

4 ऑपरेटर के माध्यम से चल रहीं थीं बसें       
भोपाल सिटी लिंक लिमिटेड अपने 4 ऑपरेटर के माध्यम से 18 रूटों पर 368 बसों का संचालन कर रही है। एक ऑपरेटर के पास 149, दूसरे के पास 52, तीसरे के पास 90 और चौथे ऑपरेटर के पास 77 बसों के संचालन का जिम्मा है। इनमें से 149 पहले से ही बंद हैं और 52 बस का संचालन करने वाले आपरेटर ने भी हाथ खींच लिए। जबकि 90 और 77 बसों का संचालन करने वाले आपरेटर भी आधी बसें ही चला रहे हैं।