भोपाल (सचिन सिंह बेस) : मोबाइल पर अननोन नंबर से कॉल, मैसेज और कोई लिंक आए तो इग्नोर करें। साइबर ठग आजकल इन्हीं तरीकों से बैंक खाते से रुपए पार कर दे रहे हैं। वह शादी कार्ड की लिंक भेजकर भी लोगों को ठगी का शिकार बना रहे हैं। मध्यप्रदेश पुलिस ने एडवाजरी जारी कर लोगों को अलर्ट किया है। 

बदमाश उधारी के रुपए लौटाने, पार्सल में नशीला पदार्थ होने और बच्चों की गिरफ्तारी का डर दिखाकर भी लाखों रुपए ऐंठ ले रहे हैं। साइबर क्राइम पोर्टल पर रोजाना ऐसी 300 से 400 शिकायतें हो रही हैं, लेकिन पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच पा रही। उसने सावधान रहने के लिए कहा है। 

फर्जी मैसेज कर ट्रांसफर कराए 18 हजार 
मैडम नमस्ते, मैं आपके पति का दोस्त हूं। उनका फोन नहीं लता रहा। मैंने दो हजार रुपए लिए थे, वह रुपए आपके अकाउंट में ट्रांसफर कर देता हूं। फोन बंद होते ही महिला के मोबाइल पर 20 हजार रुपार ट्रांसफर होने का मैसेज आया। इसके बाद महिला के फोन पर फिर कॉल आया और आरोपी बोला- मैडम गलती से दो हजार की बजाय 20 हजार रुपए ट्रांसफर हो गए हैं। आप इसी नवंबर पर 18 हजार ट्रांसफर कर दर दीजिए। महिला ने 18 हजार रुपर ट्रांसफर कर बैलेंस चेक किया तो उसके हो उड़ गए। उसके खाते में 20 हजार रुपए आए ही नहीं और उसने अनजान व्यक्ति को 18 हजार ट्रांसफर कर दिए।  

बेटों की गिरफ्तारी का डर दिखाकर 40 हजार ठगे 
हैलो...आप सुमित और अमन के पिता हैं। मैं क्राइम ब्रांच से मोहित राणे बोल रहा हूं। आपके बेटे होटल में रंगरेलियां मनाते पकड़े गए हैं। तत्काल यहां आइए। घबराएं नहीं, बेटों को  छोड़ देंगे आप 40 हजार रुपए ट्रांसफर कर दीजिए। सुमित और अमन के पिता राकेश मिश्रा बदमाश की बातें सुन घबरा जाते हैं और तुरंत उसके नंबर पर 40 हजार ट्रांसफर कर दिए। रुपए मिलते ही फोन काट देता है। थोड़ी देर बाद जब उनके बेटे घर आते है और हकीकत बताते हैं राकेश को साइबर ठगी का अहसास होता है।  

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पुलिस अधिकारी बन ठग लिए 3 लाख रुपए 
कोलार निवासी राखी सोनवाने के मोबाइल साइबर ठग ने कुरियर कंपनी का कर्मचारी बन कॉल किया। बोला, आपके पार्सल में नशीला पदार्थ मिला है। पुलिस आपको गिरफ्तार करने आ रही है। महिला ने ऐसे किसी पार्सल की जानकारी न होने की बात कही, तो ठग ने बताया कि वह शिकायत दर्ज करा चुका है। पुलिस पहुंचने ही वाली है। फिर महिला के मोबाइल पर वीड़ियो कॉल आया। इसमें फोन करने वाले व्यक्ति के पीछे थाना दिख रहा है। उसने खुद को पुलिस अधिकारी बताकर कहने लगा अगर गिरफ्तारी से बचना है तीन लाख देने होंगे। महिला डर गई और उसके खाते में तीन लाख रुपए ट्रांसफर करा दिए। बाद में पता चला उससे साइबर ठगी हुई है। 

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DIG बोले-संदिग्ध कॉल को न उठाएं
साइबर विंग के डीआईजी युसूफ कुरैशी ने बताया कि एडवाइजरी के अनुसार किसी संदिग्ध कॉल को न उठाएं। वहीं किसी भी तरह का साइबर फ्रॉड की शिकायत समीपी थाने या फिर साइबर पुलिस से करें।