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Pithampur stone pelting: भोपाल गैस त्रासदी के जहरीले कचरे को जलाने का विरोध थमा नहीं है। शनिवार (4 जनवरी) को पीथमपुर में रामकी एनवायरो इंडस्ट्रीज फैक्ट्री पर पथराव हुआ है। पुलिस ने मोर्चा संभाला और लोगों को खदेड़ा।

Pithampur stone pelting: भोपाल गैस त्रासदी के जहरीले कचरे को जलाने का विरोध अभी थमा नहीं है। यूनियन कार्बाइड का 337 मीट्रिक टन कचरा पहुंचने के बाद से पीथमपुर में बवाल मचा है। शनिवार (4 जनवरी) को रामकी एनवायरो इंडस्ट्रीज की फैक्ट्री पर पथराव हुआ है। पत्थरबाजी में फैक्ट्री की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों के वाहन का कांच टूट गया। पुलिस ने तुरंत मोर्चा संभाला और लोगों को फैक्ट्री के पास से खदेड़ा। तारापुर गांव में भारी पुलिस बल तैनात है। SDM ने लाउड स्पीकर से गांव वालों को कानून हाथ में नहीं लेने की समझाइश दी है। बता दें कि फैक्ट्री से लगे तारापुर गांव के लोगों पर पथराव का आरोप है।

तारापुर गांव के बाहर पुलिस ने की बैरिकेडिंग 
जानकारी के मुताबिक, तारापुर गांव में रामको एनवायरो इंडस्ट्रीज की फैक्ट्री लगी है। इसी फैक्ट्री में जहरीला कचरा जलाया जाना है। शनिवार सुबह 9.30 बजे के आसपास फैक्ट्री में पथराव हुआ है। पत्थरबाजी के बाद पुलिस ने लोगों को खदेड़ा। पुलिस ने तारापुर गांव के बाहर बैरिकेडिंग कर दी है। पुलिस ने गांव के भीतर फ्लैग मार्च करते हुए ग्रामीणों को फैक्ट्री के पास जाने से मना किया है। पुलिस ने ग्रामीणों को गांव के भीतर रहने के लिए कहा है। 

अफवाह पर न दें ध्यान: कचरे का एक कण नहीं जलाया गया 
धार कलेक्टर प्रियांक मिश्रा ने कहा कि मैं सभी को यह संदेश देना चाहता हूं कि सुबह कुछ अफवाहें आई हैं कि कचरा जलाना शुरू कर दिया है। कुछ मजदूर बेहोश हो गए हैं। ऐसी किसी अफवाह पर पीथमपुर की जनता को ध्यान देने की जरूरत नहीं है। मैं स्पष्ट तौर पर बताना चाहता हूं कि कचरे का एक भी कण नहीं जलाया गया है। पूरा कचरा जैसा भोपाल से लाया गया था, उसी स्थिति में है। कल मुख्यमंत्री ने रात को स्पष्ट रूप से कह दिया है कि अभी आगामी कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी। कोई भी मजदूर हताहत नहीं हुआ है।

ड्रोन से गांववालों की निगरानी 
पुलिस और प्रशासन की टीम ड्रोन से गांववालों की निगरानी कर रही है। पीथमपुर की नायब तहसीलदार और सिटी मजिस्ट्रेट अनीता बरेठा रामकी फैक्ट्री इलाके में पहुंची हैं। अनीता ने लोगों से अपील की है कि कि कानून-व्यवस्था को न बिगाड़ें। ऐसी घटना न करें, जिससे किसी को हानि हो। सूत्रों के मुताबिक, शनिवार दोपहर दो बजे एसीएस राजेश राजौरा पीथमपुर पहुंचेंगे। यहां एक बैठक लेने की सूचना है।

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बस स्टैंड पर जमकर हुआ हंगामा, 
भोपाल गैस त्रासदी का जहरीले कचरा 40 साल बाद गुरुवार (2 जनवरी) को पीथमपुर पहुंचा। शुक्रवार (3 जनवरी) को यूनियन कार्बाइड के 337 मीट्रिक टन कचरे को जलाने का पीथमपुर में विरोध शुरू हो गया। शुक्रवार को बस स्टैंड में हजारों लोगों ने मोर्चा खोला दिया। 'जहरीला कचरा नहीं जलेगा, नहीं जलेगा' नारे लगाकर हंगामा किया। प्रदर्शनकारियों ने चक्काजाम करने की कोशिश की तो पुलिस ने लाठीचार्ज कर तितर-बितर किया। आत्मदाह की कोशिश में दो लोग बुरी तरह से झुलस गए। दोनों अस्पताल में भर्ती हैं। 

पुलिस ने दर्ज किए तीन केस 
घटना के बाद पीथमपुर में धारा 163 लागू कर विरोध प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगा दिया है। 3 जनवरी को पीथमपुर बंद का आह्वान किया गया। बंद के दौरान हुए प्रदर्शन के सिलसिले में पुलिस ने तीन मुकदमे दर्ज किए हैं। बरदरी चौराहा, सवारियां मंदिर और आजाद चौराहे पर चक्काजाम करने वाले अज्ञात आरोपियों के खिलाफ 383, 341,149, 147 धाराओं के तहत FIR की गई है। 

40 साल पहले हुई गैस त्रासदी का है 'जहरीला कचरा'

  • यूनियन कार्बाइड इंडिया लिमिटेड की स्थापना 1934 में भोपाल में की गई थी। कंपनी में यूनियन कार्बाइड और कार्बन कॉर्पोरेशन की 50.9 प्रतिशत हिस्सेदारी थी। 2-3 दिसंबर 1984 को भोपाल की यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के एक टैंक में स्टोर की गई एमआईसी गैस लीक हो गई थी। हवा के साथ गैस फैलकर आसपास के इलाकों में घुलने लगी।
  • धीरे-धीरे गैस भोपाल शहर के बड़े हिस्से में फैल गई। लोगों को सांस लेने में दिक्कत होने लगी। त्रासदी में 5479 लोगों की मौत हुई थी। 5.74 लाख लोग प्रभावित हुए थे। घटना के 40 साल बाद भोपाल से यूनियन कार्बाइड फैक्ट्री के जहरीले कचरे को पीथमपुर भेजा गया। आशापुरा गांव स्थित रामकी एनवायरो फैक्ट्री में इसे जलाया जाना है। 
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