MP News: मध्यप्रदेश में पहली बार धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग का संचालन भोपाल के बजाय उज्जैन से किया जाएगा। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को उज्जैन में इस नए कार्यालय का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ 2028 को ध्यान में रखते हुए इससे फायदा होगा। प्रदेश के मंदिरों का प्रबंधन और भी बेहतर हो सकेगा। बता दें, सीएम डॉ. यादव दोपहर लगभग 2 बजे उज्जैन के कोठी रोड स्थित स्मार्ट सिटी ऑफिस पहुंचे। नारियल फोड़कर कार्यालय का विधिवत उद्घाटन किया। इस दौरान संभागायुक्त और धर्मस्व विभाग के संचालक सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का होगा संचालन
CM ने बताया कि यह नया कार्यालय न केवल धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग की गतिविधियों का केंद्र होगा, बल्कि मुख्यमंत्री तीर्थ दर्शन योजना का संचालन भी यहीं से किया जाएगा। विभाग के पास वर्तमान में 115 करोड़ रुपए का सालाना बजट है, जिससे विभिन्न धार्मिक परियोजनाओं का संचालन किया जाएगा।

धार्मिक पुस्तकों को रखा जाएगा
ऑफिस में ग्राउंड फ्लोर और फर्स्ट फ्लोर पर कुल 22 अधिकारी-कर्मचारी तैनात किए गए हैं। इसमें 2 मीटिंग हॉल, 8 कमरे और लॉबी भी शामिल हैं। कार्यालय की दीवारों पर प्रदेश के प्रमुख मंदिरों की तस्वीरें सजाई जाएंगी, साथ ही यहां धार्मिक पुस्तकों की भी उपलब्धता सुनिश्चित की जाएगी।

संजय गुप्ता, जो कि उज्जैन संभाग के संभाग आयुक्त हैं, ने 18 जुलाई को संचालक के पद पर कार्यभार ग्रहण किया। उन्होंने सिंहस्थ 2028 को ध्यान में रखते हुए, चिंतामण गणेश मंदिर, गढ़कालिका माता मंदिर, हरसिद्धि माता मंदिर और भतृर्हरि गुफा का दौरा किया और इन मंदिरों के थीम बेस्ड हेरिटेज डेवलपमेंट की कार्य योजना बनाने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री ने की दो नए थानों की घोषणा 
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने उज्जैन में दो नए थानों - महाकाल लोक और तपोभूमि - की स्थापना की भी घोषणा की है। महाकाल मंदिर की सुरक्षा को और सुदृढ़ करने के लिए होमगार्ड की सेवाएं ली जाएंगी, जिसके तहत 400 से 600 होमगार्ड जवान सुरक्षा में तैनात किए जाएंगे।