Dabra suicide case: ग्वालियर जिले के डबरा क्षेत्र में एक हृदय विदारक घटना सामने आई है, जिसमें सिंध नदी से तीन भाई-बहनों के शव बरामद हुए हैं। यह घटना सामूहिक आत्महत्या का माना जा रहा है, जिसमें दो बहनें और एक भाई शामिल हैं। पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें पति से परेशान होकर यह कदम उठाने की बात कही गई है। वहीं, नदी में ही लापता महिला की तलाश की जा रही है। SDERF की टीम रेस्क्यू में जुटी हुई है।
15 अक्टूबर से थे लापता
यह घटना 15 अक्टूबर की बताई जा रही है। डबरा के कल्याणी गांव में रहने वाली ममता (47) अपने तीन बच्चों—अंशु (21), भूमि (17), और किट्टू (14)—के साथ अचानक घर से गायब हो गई। ममता ने पति राजेंद्र सिंह जाटव से बताया था कि वह ग्वालियर जा रही है, लेकिन इसके बाद से ही उनका कोई पता नहीं चला।
सुसाइड नोट में प्रताड़ना की बात लिखी
16 अक्टूबर को पुलिस को धूमेश्वर धाम के पास एक बैग मिला, जिसमें सुसाइड नोट था। इस नोट में ममता ने अपने पति के परेशान होने की बात लिखी है। उसने लिखा कि नशे में धुत होकर उसका पति उससे मारपीट करता था, और इस अत्याचार से तंग आकर उसने अपने बच्चों के साथ आत्महत्या करने का फैसला किया।
शारीरिक प्रताड़ना से थी परेशान
ममता के पिता रामबाबू जाटव ने बताया कि उनका दामाद राजेंद्र सिंह अक्सर नशे में ममता से मारपीट करता था। ममता इस मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना से बुरी तरह टूट चुकी थी। तनाव की वजह से उसने ऐसा कदम उठाने को मजबूर हुई।
नीट की तैयारी कर रही थी अंशु
बता दें, ममता की बड़ी बेटी अंशु नीट की तैयारी कर रही थी, और उसका सपना डॉक्टर बनने का था। भूमि 12वीं कक्षा में पढ़ रही थी और किट्टू आठवीं कक्षा का छात्र था। दोनों बेटियां ग्वालियर में अपने नाना के पास रहती थीं, और कुछ दिन पहले ही अपनी मां से मिलने आई थीं।