धार। आगर-मुंबई नेशनल हाइवे पर गणपति घाट में सोमवार रात को दिल-दहलाने वाली घटना घटी। ब्रेक फेल होने से बेकाबू ट्रक फोरलेन पर दूसरी लेन में चला गया। सामने से आ रही दो कार, एक मिनी ट्रक और एक बाइक से जा भिड़ा। 5 वाहनों की टक्कर से भीषण आग लग गई। हादसे में दोनों ट्रक के ड्राइवर सहित बाइक सवार की जलने से मौत हो गई। धामनोद एसडीओपी मोनिका सिंह ने बताया- हादसे में इंदौर के उद्योगपति राकेश साहनी की भी मौत हो गई। वे अपनी गाड़ी के टायर का पंक्चर बनवा रहे थे।
रेलिंग तोड़ते हुए दूसरी लेन में जा घुसा ट्रक
पुलिस ने बताया कि घटना सोमवार रात को ट्रक के ब्रेक फेल होने से हुई। ट्रक सड़क किनारे की रेलिंग तोड़ता हुआ दूसरी तरफ की लेन में जा घुसा और कई वाहनों को टक्कर मार दी। जिससे कई वाहनों में आग लग गई। दुर्घटना के कारण लगी भीषण आग ने चार वाहनों को अपनी चपेट में ले लिया। जिससे दो ट्रक चालक और एक मोटरसाइकिल सवार व्यक्ति की मौत हो गई। तीन लोग घायल बताए जा रहे हैं।
574 हादसों में 205 लोग गंवा चुके जान
बता दें कि राऊ-खलघाट पर पर 13 साल में 574 हादसों में 205 लोग जान गंवा चुके हैं। दरअसल, हाइवे बनने के बाद 100 मीटर के घाट पर हादसे होना शुरू हो गए थे। इस वजह से ये जिले का सबसे बड़ा ब्लैक स्पॉट बन गया है। यहां अधिकांश हादसे उतार की ओर पहुंचने वाले बड़े वाहनों के ब्रेक फेल होने से होते हैं। वाहन लोडेड होने के कारण डिवाइडर क्रॉस करके दूसरी ओर पहुंच जाते हैं और सामने से आ रहे वाहन से टकरा जाते हैं।
209 करोड़ से ब्लैक स्पॉट को सुधारने का कार्य चल रहा है
इस ब्लैक स्पाट को सुधारने के लिए केंद्र सरकार ने 209 करोड़ रुपए का बजट दिया है, जिससे बायपास का निर्माण चल रहा है। अगले 6 से 8 महीने में उसके बनकर तैयार होने की उम्मीद है। एनएचएआई इस घाट के लिए एक बायपास बना रहा है। 33 हेक्टेयर में 8.8 किलोमीटर लंबा बासपास होगा, जो घाट की समस्या को लगभग खत्म कर देगा। इसके लिए पहाड़ कटिंग का काम लगभग पूरा हो चुका है। बासपास में पांच पुल-पुलियों का निर्माण होगा।
लोग बोले-यदि प्रशासन ने अब कुछ नहीं किया बड़ा आंदोलन करेंगे
हादसे को लेकर लोगों में आक्रोश है। लोगों का कहना है कि लगातार हादसे हो रहे हैं इसके बाद भी प्रशासन कुछ नहीं कर रहा है। लोगों की मांग है कि ऐसी व्यवस्था करना चाहिए जिसमें एक ओर से ट्रक जाएं और एक ओर से कार तो हादसे रोके जा सकते हैं। यदि प्रशासन ने अब कुछ नहीं किया एक बड़ा जन आंदोलन किया जाएगा।