Health Emergency Alert: मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में दिवाली पर अप्रिय घटनाओं से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग से लेकर अन्य विभागों ने एडवाइजरी जारी की है। साथ ही इस तरह की घटना होने पर घायलों तक तत्काल मदद पहुंचाने के लिए व्यवस्थाएं की गई हैं। जिसके तहत जेपी, हमीदिया और एम्स अस्पताल में पांच विभागों के विशेषज्ञों की टीम बनाई गई है। नेत्र विभाग, मेडिसिन विभाग, बर्न एंड प्लास्टिक विभाग, इएनटी और इमरजेंसी मेडिसिन विभाग शामिल हैं।
15 मिनट में पहुंचेंगे अस्पताल
सड़क दुर्घटना में हुए घायलों के लिए अस्पतालों में विशेष वार्ड तैयार किए हैं। डॉक्टरों को हेड क्वार्ट्स न छोड़ने के निर्देश दिए हैं। जिन डॉक्टरों की इमरजेंसी ड्यूटी नहीं हैं, उन्हें बुलाने पर 15 मिनट में अस्पताल पहुंचना होगा। इमरजेंसी ऑपरेशन के लिए ओटी रिजर्व भी रखे जाएंगे।
40 एंबुलेंस तैनात
दुर्घटना के दौरान घायलों को तत्काल अस्पताल तक पहुंचाने के लिए 108 की 40 एंबुलेंस को तैनात किया गया है। 108 एंबुलेंस का संचालन करने वाली कंपनी जेएईएस के सीनियर मैनेजर तरुण सिंह परिहार ने बताया कि एंबुलेंस को पूरे शहर में अलग अलग स्थान पर रहने के निर्देश दिए गए हैं।
इमरजेंसी नंबर
- जेपी अस्पताल: 0755 2441977, 2557142
- हमीदिया अस्पताल: 93293 84392
- एम्स अस्पताल: 0755 2970771, 2970772, 29702406
- एंबुलेंस: 108, 104
- पुलिस:100
- फायर ब्रिगेड:101
आतिशबाजी के दौरान बरतें यह सावधानियां
- बच्चे पैरेंट्स की उपस्थिति ही में आतिशबाजी करें। विशेष रूप से फुलझड़ियों के साथ।
- खुली जगह में पटाखे फोड़ें और अपनी आंखों की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
- अपनी आंखों को न रगड़ें, पटाखों के धुएं या कणों के कारण आपकी आंखों में नुकसान हो सकता है।
- पटाखे फोड़ते समय सुरक्षात्मक चश्मा पहनें।
- छोटे बच्चों को कभी भी आतिशबाजी खेलने या जलाने की अनुमति न दें।
- पटाखों को जलाने के तुरंत बाद सुरक्षित दूरी पर वापस चले जाएं।
- पटाखों को कपड़ों, बालों और खासकर चेहरे (आंखों) से दूर रखने की कोशिश करें।
- आकस्मिक आपात स्थिति के मामले में पास में पानी से भरी बाल्टी जैसे तत्काल उपाय करें।
- पटाखे जलाने के बाद हाथों को अच्छी तरह धो लें।
- कभी भी उन आतिशबाजी को फिर से जलाने या लेने की कोशिश न करें जो पूरी तरह से प्रज्वलित नहीं हुई हैं।