Logo
ड्राइवर की हड़ताल का असर पुलिस की सेहत पर भी पड़ा है। ताजा मामला मध्यप्रदेश का है। दमोह के पटेरा में दो पक्षों में विवाद हो गया। जमकर कुल्हाड़ी-तलवार चली। सूचना मिलने पर पुलिस ने पहुंचने का प्रयास किया लेकिन डायल 100 में डीजल ही नहीं था।

सागर। दमोह के पटेरा में जमीनी विवाद के चलते दो पक्षों में झगड़ा हो गया। दोनों पक्षों के बीच कुल्हाड़ी और तलवार चली। खूनी संघर्ष की सूचना पटेरा पुलिस को मिली लेकिन डायल 100 में डीजल नहीं था। जैसे-तैसे पुलिस ने हिंडोरिया से वाहन बुलाकर घटना स्थल पर भेजा। ऐसा करने में पुलिस का वक्त बर्बाद हुआ। पुलिस जब घटना स्थल पर पहुंची तो विवाद शांत हो गया था। घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पटेरा में भर्ती कराया गया है। 

पुलिस अभी घायलों के बयान नहीं ले पाई
जमीनी विवाद चलते मुन्ना साहू (50) मालती साहू (45) को गंभीर चोटें आई थी। दोनों पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया। घायल मुन्ना साहू ने बताया कि पशुओं को बांधते समय झगड़ा हो गया था, जिसकी वजह से उस पर कुल्हाड़ी और तलवार से हमला कर दिया। इस घटना में सुनीता (17) को भी चोटें आई हैं। मुन्ना और मालती को दमोह रेफर किया है। मारपीट के मामले में पुलिस अभी घायलों के बयान नहीं ले पाई है। पुलिस अभी मामले की जांच में जुटी है।

हड़ताल के कारण जनजीवन है अस्त-व्यस्त
बता दें मध्यप्रदेश सहित देशभर के बस-ट्रक ड्राइवर हड़ताल कर रहे हैं। इसके कारण जनजीवन प्रभावित है। कई पेट्रोल और डीजल पंपों पर तेल नहीं है। जिन पंपों पर तेज है, वहां भीड़ इतनी ज्यादा है कि अधिकांश लोग कतार में लगने से बच रहे हैं। बाजार में रोजमर्रा की वस्तुओं की कमी हो गई है। इसके के चलते पुलिस की डायल 100 में भी पेट्रोल नहीं है।

प्रदर्शनकारियों ने एंबुलेंस को भी रोकने का प्रयास किया
मध्य प्रदेश के सभी जिलों में बस-ट्रक ड्राइवरों का प्रदर्शन मंगलवार को जारी रहा। सड़कों पर चक्काजाम कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते रहे।  गुना, छिंदवाड़ा, इंदौर, सिवनी, नर्मदापुरम , भोपाल और रायसेन में तो प्रदर्शनकारियों ने एंबुलेंस को रोकने के प्रयास किया। एंबुलेंस चालकों ने जब पुलिस की मदद ली तब उन्होंने एंबुलेंस को रास्ता दिया। एंबुलेंस को रोकने का वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ।

5379487