Payal Modi suicide Attempt: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बुधवार (29 जनवरी) को जयश्री गायत्री फूड प्रोडक्ट्स के भोपाल सहित 3 जिलों के ठिकानों पर छापा मारा था। ED की कार्रवाई के बाद कंपनी के डायरेक्टर किशन मोदी की पत्नी पायल मोदी (31) ने गुरुवार (30 जनवरी) को खौफनाक कदम उठाया। पायल ने जहरीला पदार्थ खाकर सुसाइड की कोशिश की। हालत बिगड़ने पर पायल को तुरंत भोपाल के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। फिलाहल पायल की स्थित सामान्य है। घटना की जानकारी मिलते ही चुनाभट्टी पुलिस मौक पर पहुंची। सुसाइड करने से पहले लिखे पत्र को पुलिस ने जब्त कर लिया है।

पढ़िए पायल मोदी ने नोट में क्या लिखा...
डॉयरेक्टर किशन मोदी की पत्नी पायल ने जहर खाने से पहले 4 पेज का नोट लिखा। नोट में केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण एवं उद्योग मंत्री चिराग पासवान और उनके जीजा समेत 5 लोगों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। पायल ने नोट में लिखा है कि एजेंसियों से परेशान होकर आत्महत्या कर रही हूं। पायल ने नोट में केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, चंद्रप्रकाश पांडे, वेद्र प्रकाश पांडे, सुनील त्रिपाठी, भगवान सिंह मेवाड़ा, हितेष पंजाबी को मौत का जिम्मेदार ठहराया है। पायल ने लिखा कि जानबूझकर इन लोगों ने हमारे घर और फैक्ट्री पर सीजीएसटी, एफएसएसआई, ईओडब्ल्यू, ईडी के छापे पड़वाए। 

'4 दिन पहले ही बता दिया था  रेड पड़ने वाली है' 
मैं और मेरा परिवार बहुत प्रताड़ित हुआ। हमारी सुनने वाला कोई नहीं है। हम गलत नहीं थे। फिर भी यह कदम उठाया, क्योंकि मेरे परिवार को अहसास हो गया है कि सत्ता के आगे कोई नहीं जीत सकता। मुझे ऐसा लगता है यह करने के बाद मेरे परिवार को न्याय मिले। पायल ने नोट में आगे लिखा है कि वेद प्रकाश पांडे ने हमें 4-5 दिन पहले ही बता दिया था कि तुम्हारे यहां ईडी की रेड पड़ने वाली है।

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25 लाख कैश और 66 करोड़ की संपत्ति जब्त 
पुलिस परिजनों के बयान ले रही है। पायल मोदी के होने के बाद बयान लिए जाएंगे। बता दें कि 29 जनवरी को ईडी ने कंपनी के भोपाल, सीहोर और मुरैना स्थित दफ्तरों के अलावा कंपनी के मालिकों के घर पर भी छापेमारी की थी। जांच एजेंसी ने 25 लाख नकद और 66 करोड़ की संपत्ति जब्त की है। दो लग्जरी कारें भी जब्त की हैं। 

फर्जी प्रमाणपत्रों के दम पर 27 देशों में कारोबार 
ईडी की जांच में पता चला है कि कंपनी ने दुग्ध उत्पादों का निर्माण किया और निर्यात निरीक्षण एजेंसी (ईआईए) इंदौर से निर्यात प्रमाणन को सुरक्षित करने के लिए बीआईएस/एनएबीएल मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं द्वारा जारी किए गए गलत प्रयोगशाला प्रमाणपत्रों का उपयोग किया, जो मिलावट के दूध उत्पादों के निर्यात के लिए उपयोग किए गए थे। फर्जी प्रमाणपत्रों के दम पर कंपनी ने देश के अलावा 27 देशों तक अपना कारोबार फैला लिया था।

चंद्र प्रकाश 2023 तक कंपनी का डायरेक्टर रहा
चंद्र प्रकाश पांडे 2019 से 2023 तक मोदी की कंपनी में डायरेक्टर रहा। किसी मतभेद के कारण उसे हटा दिया था। इसके अलावा चंद्र प्रकाश और लोजपा प्रवक्ता वेद प्रकाश भाई हैं। चंद्र प्रकाश केंद्रीय मंत्री पासवान के जीजा हैं। सुनील त्रिपाठी 2017 से 2023 तक कंपनी में सीईओ रहा। गबन के आरोप में उसे हटाया। एफआईआर भी कराई। भगवान सिंह मेवाड़ा आरटीआई एक्टिविस्ट हैं।