इंदौर: मध्यप्रदेश को एक और नई सौगात मिल गई है। इंदौर में सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन बनकर तैयार हो गया है। जिसका लोकार्पण 7 जनवरी को किया जाएगा। मध्य प्रदेश में लगभग 200 तरह की दवा तैयार की जाती है। लेकिन प्रदेश में बनने वाली दवा की टेस्टिंग के लिए दवा निर्माता कंपनियों द्वारा महाराष्ट्र, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, गुवाहाटी, चंडीगढ़, कसौली और हैदराबाद भेजा जाता रहा है। क्योंकि मध्य प्रदेश में ऐसे लैब की सुविधा नहीं थी। इंदौर में इस लैब को बनाने की केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंजूरी दी थी।

इंदौर में सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) के जीपीओ चौराहे के पास यह लैब बनकर तैयार की गई है। अब दवा निर्माताओं को राज्य के बाहर दवा लैब के लिए नहीं भेजनी पड़ेगी। इसके साथ ही 30 दिन के स्थान पर 15 से 20 दिन में जांच के बाद उनकी रिपोर्ट मिल सकेगी।

ड्रग्स लैब 1 साल में तैयार
मध्यप्रदेश में इस लैब की जरूरत को देखते हुए केंद्रीय मंत्री ने इसके निर्माण का आदेश दिया था। केन्द्र की देखरेख में बहुत ही कम समय में इसे तैयार किया गया। केंद्र सरकार की अत्याधुनिक कार्यशैली के कारण इंदौर में बन रही ड्रग्स लैब को करीब एक साल तैयार किया गया।

7 जनवरी को होगा लोकार्पण
सेंट्रल ड्रग कंट्रोल ऑर्गेनाइजेशन (सीडीएससीओ) की प्रदेश की पहली ड्रग लैब का लोकार्पण 7 जनवरी 2024 को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया इसका उद्घाटन करेंगे।