MP News: मध्य प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री इंदर सिंह परमार ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नई शिक्षा नीति की सराहना की। उन्होंने  आरोप लगाया कि वामपंथी लेखकों ने इतिहास इतिहास को बिगाड़ा है। इसके साथ ही पिछली शिक्षा प्रणाली की आलोचना भी की। उन्होंने आगें कहा- नई शिक्षा नीति से छात्रों को भारत के गौरवशाली अतीत के बारे में जानने का मौका मिलेगा।

भारतीय ज्ञान' को दिया जाएगा बढ़ावा
मंत्री परमार ने कहा- राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के माध्यम से भारतीय ज्ञान परंपरा पर काम किया जा रहा है। इस पहल को लागू करने में एमपी अग्रणी राज्य बनने जा रहा है। शिक्षा में भारतीय ज्ञान प्रणालियों को एकीकृत करने की प्रक्रिया तेजी से की जा रही है। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में 'वीर सावरकर के योगदान' का अध्ययन किए जाने पर जोर दिया। विश्वविद्यालयों में 'भारतीय ज्ञान' को बढ़ावा देने की बात कही। 

पुस्तकालयों में भारतीय ज्ञान परंपराओं से संबंधित पुस्तकें होंगी
मंत्री इंदर सिंह परमार ने बताया कि सभी उच्च शिक्षण संस्थानों के पुस्तकालयों में भारतीय ज्ञान परंपराओं से संबंधित पुस्तकें रखी जाएंगी। भगवान राम और लक्ष्मण से संबंधित गलत धारणाएं, जो पहले पढ़ाई जाती थीं, उन्हें पाठ्यक्रम से हटाया गया है। मंत्री परमार ने कहा कि इसके अलावा, विभिन्न दार्शनिक विचारधाराओं का प्रतिनिधित्व करने वाली किताबों को विश्वविद्यालयों में शामिल किया जाएगा। यह पहल किसी राजनीतिक विचारधारा से जुड़ी नहीं है।